मिंस्क: बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्सांद्र लुकाशेंको ने सोमवार को चेतावनी दी कि उनके 26 साल के शासन को बढ़ाने वाले आधिकारिक चुनाव परिणामों को चुनौती देने वाले विपक्षी प्रदर्शनकारियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ‘तानाशाह’ शासक माने जाने वाले लुकाशेंको ने साथ ही विपक्षी प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाया कि वे अपने विदेशी आकाओं के इशारे पर काम कर रहे हैं। रविवार के मतदान के कुछ ही घंटों बाद तब सैकड़ों लोग घायल हो गए और हजारों को हिरासत में ले लिया गया, जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और उनके खिलाफ बेरहमी से कार्रवाई की।
ट्रक से कुचलकर शख्स के ऊपर मौत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर युवा थे। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक व्यक्ति की पुलिस के ट्रक से कुचलकर मौत हो गई। हालांकि, अधिकारियों ने इससे इनकार किया। चुनाव अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि लुकाशेंको छठी बार निर्वाचित हुए और उन्हें 80 प्रतिशत से अधिक वोट मिले। वहीं, विपक्षी उम्मीदवार श्वेतलाना त्सिकानुसकाया को 9.9 प्रतिशत मत मिले। त्सिकानुसकाया ने आधिकारिक परिणामों को एक दिखावा करार देते हुए खारिज कर दिया और उसे चुनौती देने का संकल्प जताया। विपक्ष दिन में बाद में राजधानी, मिंस्क और अन्य शहरों में नए विरोध प्रदर्शनों की योजना बना रहा है।
कई पुलिस अधिकारी हुए घायल
हालांकि, लुकाशेंको ने चेतावनी दी कि वह विपक्षी प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए फिर से बल प्रयोग करने में संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने तर्क दिया कि प्रदर्शनकारियों ने 25 पुलिस अधिकारियों को घायल कर दिया और देश के कई शहरों में सरकारी इमारतों को नियंत्रण में लेने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस ने उचित कार्रवाई की। पैंसठ वर्षीय लुकाशेंको ने दावा किया कि विपक्ष पोलैंड और चेक गणराज्य से निर्देशित हो रहा है तथा यूक्रेन और रूस में कुछ समूह भी विरोध प्रदर्शन के पीछे हो सकते हैं।
‘प्रदर्शनों के दौरान किसी की मौत नहीं’
गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान किसी की मौत नहीं हुई। उसने प्रदर्शनों के दौरान मौत होने की खबर को ‘‘पूर्ण रूप से फर्जी’’ बताया। अधिकारियों के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन के दौरान 89 लोग घायल हुए, जिनमें 39 कानून लागू करने वाले अधिकारी शामिल हैं। साथ ही करीब 3,000 लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें से 1000 लोगों को मिंस्क में हिरासत में लिया गया।