इटली के सांस्कृतिक शहर मिलान की सड़कों के किनारे चिपके पोस्टर्स आजकल सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। ये पोस्टर दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं के हैं, इसमें सोनिया गांधी, मिशेल ओबामा, एंजेला मार्कल जैसी हस्तियां शामिल हैं। लेकिन यहां खास बात यह है कि ये सभी चेहरे चोटिल हैं, चेहरों पर धारदार हथियार के साथ ही शारीरिक हिंसा के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं। दुनिया की इन ताकतवर हस्तियों के ये पोस्टर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के विरोध के लिए शुरू किए गए कैंपेन के तहत चिपकाए गए हैं।
इस कैंपेन को डिजाइन करने वाले इटेलियन आर्टिस्ट एलेक्सेंड्रो पलोम्बो के मुताबिक वे संस्थाओं की ओर से वास्तविक प्रयास चाहते हैं। पोस्टर में कहा गया है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा "जाति, वर्ग या धर्म" के बीच अंतर नहीं करती है। यही प्रदर्शित करने के लिए दुनिया की सबसे हाई प्रोफाइल महिलाओं के चेहरों को हिंसा से प्रभावित दिखाया गया है।
इन महिलाओं के चेहरों पर हिंसा के निशान
इटली के आर्टिस्ट ने अपना संदेश देने के लिए जिन महिलाओं के चेहरों का प्रयोग किया है उसमें कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी के अलावा अमेरिका की डेमोक्रेटिक सांसद एलेक्जेन्ड्रिया ओकासियो कोर्टेज़, राष्ट्रपति पद की पूर्व प्रत्याशी हेलेरी क्लिंटन, मिशेल ओबामा, म्यामार की नेता आंग सान सू की, फ्रांस की प्रथम महिला ब्रिगिट मैक्रों, जर्मन चांसलर एंजेला मार्कल जैसी शख्सियतें शामिल हैं।
चोटिल चेहरों के साथ संदेश
पोस्टरों में चोटिल चेहरों के साथ कुछ संदेश भी लिखे गए हैं। एक संदेश कहता है कि "मैं एक घरेलू हिंसा की शिकार हूं, मुझे कम वेतन मिलता है, मैंने लैंगिक प्रताणना झेली है। मैं अपनी पसंद के कपड़े पहनने का अधिकार नहीं है। मैं किससे शादी करूं, मुझे ये फैसला करने का भी अधिकार नहीं है। मेरा बलात्कार हुआ है।"