
लंदन: एक ओर जहां ब्रिटेन जनमत संग्रह कर यूरोपियन संघ में रहने या ना रहने पर विचार कर रहा है वहीं दूसरी ओर बराक ओबामा चाहते हैं कि ब्रिटेन 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ में बने रहने के पक्ष में मतदान करे। ओबामा का कहना है कि यूरोपीय संघ ‘ब्रिटेन के वैश्विक नेतृत्व में इजाफा करता है।’ समाचार पत्र ‘डेली टेलीग्राफ’ में लिखे एक लेख में ओबामा ने कहा कि ब्रिटेन इस 28 सदस्यीय समूह के भीतर ही अधिक मजबूत है और यूरोपीय संघ का हिस्सा रहकर ही वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अधिक प्रभावी रहेगा।
उन्होंने लिखा है, 'यूरोपीय संघ ब्रिटिश प्रभाव को कम नहीं करता है। एक मजबूत यूरोप ब्रिटेन के वैश्विक नेतृत्व के लिए खतरा नहीं है, बल्कि वह ब्रिटेन के वैश्विक नेतृत्व को बढ़ाता है। अमेरिका यह देखता है कि कैसे आपकी शक्तिशाली आवाज यह सुनिश्चित करती है कि यूरोप दुनिया में एक मजबूत रूख अख्तियार करे तथा यह यूरोपीय संघ को खुला, विस्तृत दायरे का नजरिया रखने वाला और अटलांटिक के दूसरी तरफ के साझेदारों के साथ निकट सहयोग रखना सुनिश्चित करता है।'
ओबामा के इस लेख के जवाब में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ट्वीट किया, 'अमेरिका हमारा बहुत निकट साझेदार है। इसलिए ओबामा को इसके लिए सुनना महत्वपूर्ण है कि हमें यूरोपीय संघ में क्यों बने रहना चाहिए।' दूसरी तरफ, ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के अभियान (ब्रेक्जिट) की पैरवी कर रहे धड़े ने ओबामा की टिप्पणी का कड़ी आलोचना की है और उनको ‘स्पष्ट रूप से पाखंडी’ करार दिया है।
ब्रेक्जिट के पक्ष में मजबूत आवाज बनकर उभरे लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन ने कहा, 'अमेरिकी कभी भी अपने लिए यूरोपीय संघ जैसी चीज के बारे में विचार नहीं करते हैं। वे क्यों सोच रहे हैं कि यह हमारे लिए सही है।'