मॉस्को: रूस की राजधानी मॉस्को से आर्कटिक क्षेत्र में स्थित रूसी शहर मरमंस्क जा रहे एक यात्री विमान दुर्घटना में 2 बच्चों समेत कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को हुए इस हादसे में जब ऐरोफ्लोट जेट विमान हवा में ही था, तभी उसमें आग लग गई। इसके बाद विमान की इमर्जेंसी लैंडिंग करानी पड़ी, हालांकि क्रैश लैंडिंग के वक्त विमान पूरी तरह आग के गोले में तब्दील हो गया। दुर्घटना के वक्त विमान में 78 लोग सवार थे जिनमें से 37 को बचा लिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस के इस सुखोई सुपरजेट विमान में मॉस्को के शेरेमेतयेवो एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद आग लग गई। इसके बाद विमान की इमर्जेंसी लैंडिंग का फैसला लिया गया, हालांकि फिर भी कई लोगों की जानें नहीं बचाई जा सकीं। एयरपोर्ट के एक अधिकारी के मुताबिक, कुछ लोगों ने विमान से बाहर निकलने में भी देरी की क्योंकि वे अपने सामान को साथ ले जाना चाहते थे। माना जा रहा है कि यह हादसा किसी इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी के चलते हुआ।
आग लगने के वास्तविक कारणों और इसके समय के बारे में सही-सही पता नहीं लगाया जा सका है। कुछ का कहना है कि Sukhoi SSJ100 जब हवा में था तभी उसमें आग लग गई, जबकि कुछ का मानना है कि क्रैश लैंडिंग के वक्त इसमें आग लगी होगी। माना जा रहा है कि लोगों को बाहर निकालने में मदद करते समय मैक्सिम मॉयसिव नाम के एक फ्लाइट अटेंडेंट भी आग की चपेट में आ गए। विमान पर चालक दल के कुल 5 सदस्य सवार थे।
आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विमान का पिछला हिस्सी पूरी तरह तबाह हो चुका था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विमान का रजिस्ट्रेशन नंबर RA-89098 था और इसने मॉस्को एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 45 मिनट के अंदर इमर्जेंसी लैंडिंग की थी।