नई दिल्ली। पिछले 29 दिन से अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच नोगोर्नो काराबाख को लेकर चली आ रही लड़ाई खत्म हो गई है। दोनो देश फिलहाल के लिए संघर्षविराम पर राजी हो गए हैं और देर रात से दोनो देशों के बीच संघर्ष विराम लागू भी हो गया है। लेकिन 29 दिन तक चली इस लड़ाई में दोनो तरफ से हजारों लोगों की जान गई है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने 3 दिन पहले एक बयान में कहा था कि अर्मेनिया और अजरबैजान की लड़ाई में दोनो तरफ लगभग 5000 लोगों की जान जा चुकी है।
संघर्ष विराम करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनो देशों को बधाई दी है और अपने विदेश मंत्री माइक पॉम्मपियो तथा अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को दोनो देशों के बीच इस डील को कराने के लिए शाबाशी भी दी है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, “अर्मीनियन प्रधानमंत्री निकोलस पशिनान और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव को बधाई, जो आधी रात को प्रभावी ढंग से संघर्ष विराम का पालन करने के लिए सहमत हुए। इससे कई लोगों की जान बचाई जाएगी। मुझे अपनी टीम माइक पॉम्बियो और स्टीव बिगन पर गर्व है जिन्होंने यह डील कराई है।”
अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच नोगोर्नो काराबाख नाम का क्षेत्र है जिसको लेकर दोनो देशों में लंबे समय से लड़ाई चल रही है। दोनो देश इस क्षेत्र को अपने देश का हिस्सा मानते हैं, यह क्षेत्र लगभग 4400 वर्गकिलोमीटर में फैला हुआ है।