लंदन: बीबीसी ने पुरूषों और महिलाओं के वेतन में अंतर को पाटने के प्रयास के तहत कर्मचारियों के लिए वेतनमान तय कर दिया है। कर दाताओं के पैसे से चलने वाले इस प्रसारक ने संवाददाताओं और एंकर के लिए 320,000 पाउंड (449,000 डॉलर) का वेतनमान तय किया है। बीबीसी ने वेतनमान उस वक्त तय किया है जब एक दिन बाद सांसद इस प्रसारक के प्रमुख से वेतन असमानता को लेकर सवाल-जवाब करने वाले हैं। बीबीसी संपादक (चीन) कैरी ग्रेसी ने यह पता चलने पर इस्तीफा दे दिया था कि उनके समान पद वाले पुरूष सहकर्मी को उनसे ज्यादा वेतन मिलता है। (पाकिस्तान में '10 दिन का कश्मीर एकजुटता अशरा' मनाएगा आतंकी हाफिज सईद )
उनका कहना था कि बीबीसी में महिलाओं को पुरूषों के मुकाबले कम वेतन दिया जाता है। 30 साल से बीबीसी में काम कर रही कैरी ग्रेसी ने एक खुले पत्र में कंपनी पर 'गुप्त और ग़ैरक़ानूनी वेतन स्ट्रक्चर' के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख पाउंड से अधिक वेतन पाने वाले कर्मचारियों में दो-तिहाई पुरुष शामिल हैं।
ये जानकारी सामने आने के बाद से बीबीसी पर संकट के बादल छा गए। जबकि दूसरी ओर बीबीसी का कहना था कि संस्थान में महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया। ग्रेसी का कहना था कि उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया था लेकिन वह संस्थान के साथ बनी रहेंगी।