डबलिन: दुबई से ब्रेस्ट सर्जरी करवाने के बाद आयरलैंड पहुंची 2 महिलाओं को कथित तौर पर एक क्वॉरंटीन होटल में रुकने से इनकार करने पर गिरफ्तार कर लिया गया। क्रिस्टी मैक्ग्राथ (30) और नियाम मुलरिनी (25) नाम की ये महिलाएं शुक्रवार को संयुक्त अरब अमीरात से उड़ान भरकर डबलिन एयरपोर्ट पर पहुंची थी। एयरपोर्ट पर इन महिलाओं ने क्वॉरंटीन होटल जाने से इनकार कर दिया जिसके बाद पुलिस इन्हें सैंट्री में स्थित बैलीमन गार्डा स्टेशन लेकर चली गई। इंडिपेंडेंट डॉट आईई की रिपोर्ट के मुताबिक, अब इन महिलाओं पर देश के स्वास्थ्य कानून को तोड़ने का मामला दर्ज किया जाएगा।
‘पता नहीं था कि होटल क्वॉरंटीन अनिवार्य है’
आयरलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मार्च के अंत में ऐलान किया था कि 'कोरोना के ज्यादा खतरे' वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए होटल क्वॉरंटीन में रहना अनिवार्य होगा। 84 देशों की इस लिस्ट में संयुक्त अरब अमीरात भी शामिल है। अधिकारियों ने यह भी ऐलान किया था कि यदि यात्री के पास RT-PCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट है तब भी उसे क्वॉरंटीन में जाना ही होगा। मैक्ग्राथ और मुलरीनी रविवार को जज के सामने पेश हुईं। उनके वकील माइकल फ्रेंच ने अदालत को बताया कि महिलाएं ब्रेस्ट सर्जरी के लिए यूएई गई थीं और उन्हें यह पता नहीं था कि आयरलैंड लौटने पर होटल क्वॉरंटीन जरूरी है।
‘अपने बच्चों के पास लौटना चाहती थीं महिलाएं’
महिलाओं के वकील फ्रेंच ने अपने मुवक्किलों का बचाव करते हुए कहा कि मैक्ग्राथ और मुलरीनी अपने बच्चों के पास घर लौटना चाहती थीं और उनके पास पहले ही कोरोना के 3 टेस्ट थे जिनमें वे नेगेटिव आई थीं। उन्होंने होटल क्वॉरंटीन के नियम को भी यह कहकर चैलेंज किया कि जो लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं उन्हें भी होम क्वॉरंटीन में रहने की इजाजत है। इसके अलावा होटल क्वॉरंटीन में रहने पर एक शख्स पर 12 दिन में 2231 डॉलर (लगभग 1.66 लाख रुपये) का खर्च आता है। यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करता है तो उसपर 2349 डॉलर (1.75 लाख रुपये) का फाइन लगाया जाता है।