अंकारा: तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरिम ने आज कहा कि देश में तख्तापलट के प्रयास में 161 लोग मारे गए हैं और 2,839 सैनिकों को हिरासत में लिया गया है। अपने आवास कानकाया पैलेस के बाहर यिलदीरिम ने कहा कि तख्तापलट का प्रयास तुर्की के लोकतंत्र पर काला धब्बा है। उन्होंने कहा कि इसमें 1,440 लोग घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मारे गए 161 लोगों में हमलावर शामिल नहीं हैं।
कार्यवाहक सेना प्रमुख उमित दुंदार ने पहले कहा था कि तख्तापलट का प्रयास करने वाले 104 लोगों को मार दिया गया है। यिलदीरिम ने तख्तापलट के प्रयास के लिए अमेरिका आधारित तुर्क धर्मगुरू फतहुल्ला गुलेन के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है। अब तक अमेरिका गुलेन को प्रत्यर्पित करने के तुर्की के आदेश पर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है। तुर्की के प्रधानमंत्री ने कहा, फतहुल्ला गुलेन एक आतंकवादी संगठन का नेता है। उसके पीछे जो भी देश है वो तुर्की का मित्र नहीं है और उसने तुर्की के खिलाफ गंभीर युद्ध छेड़ रखा है। एएफपी हकएक हॉकर ने कहा, "जब हम वितरण के लिए समाचर पत्र की प्रतियां लेने गए तो तो पुलिसकर्मी पहले ही बंडलों को जब्त कर चुके थे। जब हमने उनसे पूछा यह क्यों हो रहा था तो उन लोगों ने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया।"
मोबाइल नेटवर्क यहां गुरुवार की शाम से निलंबित है और गत 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी (22) के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद से यहां मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद है।घाटी में शनिवार को सातवें दिन भी अशांति बनी हुई है। अलगाववादियों ने लोगों से सोमवार तक बंद रखने का आह्वान किया है।घाटी में एकमात्र भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की मोबाइल सेवा और इंटरनेट कनेक्टिीविटी के रूप में एकमात्र बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवा चालू है।
उन्होंने बताया, उनकी पत्नी के नाम पर एक बैंक लॉकर से लगभग 300 ग्राम सोने के जेवरात और लगभग 900 ग्राम चांदी के सिक्के बरामद की गयी है।