जी20 समिट में हिस्सा लेने आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने निजी मुलाकात की। इस दौरान परमाणु मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। परमाणु युद्ध के मामले पर एक सुर में अपनी बात कहने वाले दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने कहा है कि किसी भी हालात में परमाणु युद्ध नहीं लड़ा जाना चाहिए।
रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हथियार के इस्तेमाल की धमकी दी थी। इसे लेकर चीन और अमेरिका दोनों ही बैकफुट पर हैं। बाली में हो रहे जी 20 समिट से पहले दोनों ने निजी मुलाकात की। इस मीटिंग के बाद दोनों देशों ने कहा कि किसी भी हालत में परमाणु युद्ध नहीं लड़ा जाना चाहिए। रूस की यूक्रेन पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की दोनों देशों ने निंदा की है।
चीन ने पहली बार की निंदा
चीन जो कि संयुक्त राष्ट सुरक्षा परिषद की बैठक में हमेशा अमेरिका द्वारा लाए गए रूस विरोधी प्रस्ताव के पक्ष में नहीं रहा। उस चीन ने परमाणु हमले की चेतावनी की पहली बार अमेरिका के साथ मिलकर निंदा की। हालांकि चूंकि यह बैठक निजी थी, इसलिए दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की ओर से आधिकारिक बयान नहीं आए हैं। फिर भी परमाणु हमले की निंदा करने के अमेरिका के साथ चीन के इस बयान को बड़ा बयान माना जा रहा है।
यूक्रेन पर परमाणु हथियारों के यूज पर पहले ही रूस को चेता चुका है अमेरिका
इससे पहले अमेरिका कई बार रूस को यूक्रेन युद्ध को लेकर चेतावनी दे चुका है। अमेरिका ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर पुतिन ने यूक्रेन में परमाणु हथियारों का प्रयोग किया तो अमेरिका रूस को तबाह कर देगा। वहीं, चीन ने भी देश की सुरक्षा को खतरा बताते हुए अपनी सेना को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया था।
बाइडेन की जिनपिंग से मुलाकात, बदलते रिश्तों के संकेत?
परमाणु हथियार से कभी नहीं जीती जा सकती है जंग द्विपक्षीय बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया और कहा- राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस बात को दोहराया है कि परमाणु युद्ध कभी नहीं लड़ा जाना चाहिए. बयान में दोनों देशों ने यह भी कहा है कि परमाणु हथियार से कभी भी युद्ध नहीं जीता जा सकता है।