मिस्र की राजधानी काहिरा में सोमवार को ऐसा कहर बरपा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की रही होगी। दरअसल काहिरा में पांच मंजिला एक रिहायशी इमारत ढह गई, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक घटनास्थल पर बचाव कर्मियों ने इमारत के मलबे में तलाशी शुरू कर दी है। वैसे तो मिस्र में इमारतों का ढहना आम बात है, क्योंकि झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों, गरीब शहरी इलाकों और ग्रामीण इलाकों में घटिया स्तर का निर्माण और रखरखाव की कमी व्यापक रूप से मिलती है। हादसे से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है।
मिस्र की सरकारी समाचार एजेंसी ‘एमईएनए’ की खबर के मुताबिक बचाव दल ने काहिरा के पड़ोसी शहर हदाक अल-कुब्बा में इमारत के मलबे के नीचे से शव बरामद किए। हादसे की जगह शहर के केंद्र से लगभग 3.2 किलोमीटर दूर है। एमईएनए ने कहा कि जीवित बचे चार लोगों को भी अस्पताल ले जाया गया और अधिकारियों ने पड़ोस की इमारत को खाली करा लिया। मिस्र के सामाजिक एकजुटता मंत्रालय ने कहा कि वह इस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 60,000 मिस्र पाउंड (लगभग 1,940 अमेरिकी डॉलर) की सहायता राशि देगा।
बिल्डिंग ढहने की वजह पता नहीं
मिस्र के मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह घायलों को सहायता पहुंचाएगा और आस-पास की संपत्तियों को हुए नुकसान की निगरानी कर रहा है। स्थानीय खबरों के अनुसार पुलिस बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और बचाव दल संभावित जीवित बचे लोगों की तलाश में मलबे की तलाशी ले रहे हैं। इमारत ढहने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है। मगर यहां घटिया निर्माण होना आम है। इस वजह से पहले भी कई इमारतें ढह चुकी हैं। घटिया निर्माण को रोकने के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। (भाषा)