नई दिल्ली के भारत मंडमप में 9 और 10 सितंबर को होने वाला G-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए कुछ नेता भारत पहुंच चुके हैं तो कुछ अभी रास्ते में हैं। विश्व के टॉप नेताओं के लिए दिल्ली में ठहरने से लेकर उनके खाने-पीने का विशेष इंतजाम किया गया है। दिल्ली में सुरक्षा इतनी अधिक कड़ी कर दी गई है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। दिल्ली के आसमान में फाइटर प्लेन, अटैक हेलीकॉप्टर व ड्रोन से भारतीय सेना के जवान हर गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। वहीं एंटी ड्रोन सिस्टम, एंटी मिसाइल सिस्टम व एंटी एयर डिफेंस सिस्टम की जगह-जगह तैनाती की गई है। ताकि मेहमानों की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होने पाए। जी-20 के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित एनएसजी के कमांडों भी विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए दिल्ली में तैनात किए गए हैं।
भारत इस बार जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। नई दिल्ली में जी-20 के सभी सदस्य देश दुनिया की गंभीर समस्याओं के समाधान और यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दों का हल खोजने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं। खाद्य और ऊर्जा और महंगाई के संकट से जूझ रही दुनिया को राह दिखाने के लिए प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं वाले समूह 20 (जी20) के नेता समाधान ढूढ़ेंगे। जी-20 के लिए राष्ट्रीय राजधानी के चारों ओर ड्रोन तैनात करने, भित्ति चित्र बनाने और बड़े पैमाने पर लंगूर कटआउट का उपयोग करके बंदरों को भगाने के सभी उपाय किए हैं। आइए अब आपको बताते हैं कि विश्व के प्रमुख नेताओं को रुकने के लिए कहां व्यवस्था की गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक यहां रुकेंगे
जी-20 में शामिल होने दिल्ली आ रहे टॉप नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को धौलाकुआं के आइटीसी मौर्य होटल में रुकने की व्यवस्था की गई है। वह आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। शिखर सम्मेलन में स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करने की उम्मीद है। वहीं ब्रिटेन के प्रधान मंत्री के रूप में अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा के दौरान जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आने वाले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को शांगरी ला होटल में रुकवाने के व्यवस्था की गई है। शिखर सम्मेलन से पहले सुनक ने पीएम मोदी के नेतृत्व की जमकर प्रशंसा करने के साथ यह भी कहा था कि जी-20 की अध्यक्षता हासिल करने वाला भारत "सही समय पर सही देश" था।
चीन के प्रधानमंत्री और प्रतिनिधिमंडल को यहां रोका जाएगा
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जी-20 में आने से इनकार के बाद प्रधान मंत्री ली कियांग चीन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। वर्ष 2008 में पहले जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद से यह पहली बार होगा कि कोई चीनी राष्ट्रपति G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहा है। हालांकि 2020 और 2021 में, COVID-19 महामारी के दौरान भी शी जिनपिंग ने इस सम्मेलन में भाग लिया था। चीन के पीएम और उनके प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली के ताज होटल में ठहराया जा रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और आस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज यहां ठहरेंगे
जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को द ललित होटल में ठहराया जाएगा। जस्टिन ट्रूडो शनिवार और रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली पहुंचने से पहले आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की यात्रा पर हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज़ जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आने के बाद दिल्ली के इंपीरियल होटल में ठहरेंगे। प्रधान मंत्री एंथनी अल्बानीज़ की भारत यात्रा तीन देशों की यात्रा का हिस्सा होगी, यहां के बाद वह इंडोनेशिया और फिलीपींस का भी दौरा करेंगे।
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