Pakistan Election: पाकिस्तान में चुनाव 8 फरवरी को हैं। चुनाव को लेकर विभिन्न पार्टियां जीत के लिए पूरा जोर लगा रही है। इसी बीच पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रही पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित महिला उम्मीदवार को मंगलवार को आतंकवाद मामले में अभ्यारोपित किया गया है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अधिकारियों द्वारा आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले खान की पार्टी के नेताओं और समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई तेज की गई है। इसी के चलते यह कार्रवाई सामने आई है। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने पीटीआई का ऐतिहासिक चुनाव चिन्ह ‘बल्ला’ वापस लेने का फैसला किया था। आयोग के इस फैसले को उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था, जिसके चलते पीटीआई के उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
सेना से टकराव का सामना कर रही पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जिसके चलते फिलहाल सेना की चहेती कही जा रही पीएमएल-एन के चुनाव जीतने का रास्ता साफ माना जा रहा है। पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ (74) लाहौर की एनए-130 सीट से चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला पीटीआई समर्थित मजबूत उम्मीदवार डॉक्टर यास्मीन रशीद से है। पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद पिछले साल नौ मई को भड़की हिंसा के दौरान थाने पर हमले के मामले में मंगलवार को यास्मीन को आतंकवाद रोधी अदालत में अभ्यारोपित किया गया।
पीटीआई कार्यकर्ताओं ने सेना मुख्यालय में लगाई थी आग
खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की अभूतपूर्व हिंसा के दौरान पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और फैसलाबाद में खुफिया एजेंसी आईएसआई के भवन समेत दर्जनों सैन्य व सरकारी भवनों को आग लगा दी थी और तोड़फोड़ की थी। इस बीच, आम चुनाव से ठीक 48 घंटे पहले पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों और निर्वाचन आयोग के कार्यालयों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों में बढ़ोतरी के कारण इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
चुनाव से पहले हिंसा में 7 लोगों की मौत
रविवार रात से, कराची, नुश्की और सिबी में चुनावी हिंसा में कम से कम सात लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि रविवार से बलूचिस्तान के 10 जिलों में उम्मीदवारों के चुनाव कार्यालयों पर हथगोले और हथियारों से लगभग 40 हमले या विस्फोट किए गए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “बलूचिस्तान में सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में तुरबत, पंजगुर, ग्वादर, मस्तुंग, कलात, खुजदार, सिबी, सुरब और क्वेटा शामिल हैं।”