नई दिल्लीः अक्टूबर में इस्लामाबाद में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शासनाध्यक्षों के शिखर सम्मेलन के लिए पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह निमंत्रण मिलने की पुष्टि भी कर दी है। मगर सवाल है कि क्या पीएम मोदी पाकिस्तान के निमंत्रण पर एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद जाएंगे या नहीं? यह अपने आप में बड़ा सवाल है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह जरूर बता दिया है कि पाकिस्तान ने पीएम मोदी को सम्मेलन में शामिल होने का न्यौता भेजा है, मगर यह नहीं बताया कि प्रधानमंत्री इसमें शामिल होंगे या नहीं। इसलिए सबकी निगाहें इस पर बनी रहेंगी।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ कैंप पर हुए हमले के जवाब में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते सबसे ज्यादा बिगड़ चुके हैं। तब से दोनों देशों में राजनैतिक संबंध भी पूरी तरह ब्लॉक हो चुके हैं। हालांकि भारत में गत वर्ष हुए जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्रील बिलावल भुट्टो भारत आए थे। अब पाकिस्तान ने भी पीएम मोदी को इस्लामाबाद के लिए आमंत्रित किया है। पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एससीओ सम्मेलन के लिए यह आमंत्रण भेजा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां प्रेस वार्ता के दौरान एक पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हां, हमें एससीओ के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन के लिए पाकिस्तान से निमंत्रण मिला है। हमारे पास इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं है।’’
ये देश हैं एससीओ के सदस्य
पाकिस्तान अक्टूबर में एससीओ सम्मेलन की मेजबानी करेगा। वहीं विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने पाकिस्तान में अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘15-16 अक्टूबर को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए देशों के शीर्ष नेतृत्वों को निमंत्रण भेजे गए हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है।’’ उन्होंने कहा कि कुछ देशों ने बैठक में भाग लेने की पुष्टि पहले ही कर दी है, उनके नाम साझा किये जायेंगे। बता दें कि एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने एक शिखर सम्मेलन में की थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने थे। (भाषा)
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