Highlights
- बांग्लादेश की कुल आबादी लगभग 16 करोड के आसपास है
- बांग्लादेश में 5 महीने तक चीजें आयात करने के लिए विदेशी मुद्रा बचा है
- वित्त मंत्री ने 4.5 अरब डॉलर का कर्ज IMF से मांगा है
Economic Crisis Bangladesh: भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका और पाकिस्तान के बाद बांग्लादेश की स्थिति चरमराती दिख रही है। एक जमाने में बांग्लादेश तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाली देशों की श्रेणी में था। ऐसा क्या हुआ कि बांग्लादेश के ऊपर आर्थिक संकट मंडराने लगा है। बांग्लादेश ने IMF से कर्ज मांगा है, यह कर्ज कितना है और इस समय देश की स्थिति क्या है? आइए विस्तार से समझते हैं।
बांग्लादेश की कुल आबादी लगभग 16 करोड के आसपास है। अब ये आबादी पर आर्थिक मंदी की शिकार हो गई है। दैनिक जीवन में प्रयोग करने वाले सामानों के दाम आसमान छूने लगे हैं। महंगाई से लोगों के जेबों पर काफी दबाव पड़ा है। देश में डॉलर की कमी हो गई है और तेल के आयात के साथ-साथ अन्य सामानों के आयात पर लगभग रोक लगा दी गई है। बांग्लादेश के Central Bank ने एक रिपोर्ट जारी किया था, जिसमें बताया था कि देश में तेजी से आयात बढ़ा है और निर्यात घटा है। यानी सरल भाषा में समझे तो बांग्लादेश अपने सामानों को कम बेचता रहा और बाहर से सामानों को खरीदता रहा, जिसके कारण खजाना पर काफी असर हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2021 से लेकर मई 2020 के बीच 81.5 अरब डॉलर का आयात किया। जो कि पिछले साल के अपेक्षा 39 फ़ीसदी बढ़ोतरी देखी गई।
बांग्लादेश ने IMF से कितना मांगा लोन?
इस वक्त बांग्लादेश में 5 महीने तक आयात करने के लिए विदेशी मुद्रा बचा है। अगर दुनिया में सामानों के भाव बढ़ने लगे तो जल्द ही बांग्लादेश का खजाना खाली हो जाएगा। आर्थिक मंदी का डर बांग्लादेश की सरकार को सताने लगा है। जिसके कारण बांग्लादेश के वित्त मंत्री ने 4.5 अरब डॉलर का कर्ज IMF से मांगा है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि बांग्लादेश IMF से कर्ज ले रहा है लेकिन इस बार चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि कर्ज की रकम पहले के अपेक्षा काफी अधिक है। कुछ साल पहले IMF ने बताया था कि बांग्लादेश तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाली देशों में भारत को पिछड़े छोड़ने वाला है वर्तमान स्थिति में भारत से भी बांग्लादेश की स्थिति खराब हो चुकी है। वित्त मंत्री एएचएम मुस्तफा कमाल ने बताया कि बांग्लादेश में आर्थिक हालात ठीक है। वहीं खरीद समिति की बैठक में वित्त मंत्री मुस्तफा कमाल ने कहा कि " हमने ये कहा है कि हम पैसे मागेंगे, लेकिन हमने ये नहीं कहा कि हमें कितनी पैसों की जरूरत है। वे किन शर्तों पर पैसे देंगे, हम ये भी देखेंगे"।
इन देशों ने IMF से मांगी है लोन
श्रीलंका, पाकिस्तान के बाद अब IMF से लोन लेने वाले देशों के लाइन बांग्लादेश में आ गया है। इससे पहले श्रीलंका और पाकिस्तान ने IMF से लोन मांगा था। अगले साल पाकिस्तान को 4 अरब डॉलर दिया जाएगा। वही घाना और तंजानिया को 1.05 अरब डॉलर की भुगतान की जाएगी। वही बांग्लादेश भी कर्ज लेने के लिए सितंबर में आईएमएफ (IMF) के साथ बैठक करेगा।
आर्थिक मंदी क्या है?
इस वक्त दुनिया के कई देश आर्थिक मंदी के शिकार हो चुके हैं। अगर किसी देश की अर्थव्यवस्था चरमराने लगे और अर्थव्यवस्था गिरने लगे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामानों के दाम में भाव बढ़ लगे। महंगाई अपने चरम पर हो। तो आप समझ लीजिए कि आपके देश में आर्थिक मंदी छा गई है।