Pakistan Politics: पाकिस्तान में चुनाव नतीजे आने के बाद से ही सरकार गठन को लेकर जोड़तोड़ शुरू हो गई है। अभी तक यह तय माना जा रहा था कि पीएमएल—एन यानी नवाज शरीफ की पार्टी से खुद नवाज शरीफ पीएम पद के सबसे बड़े दावेदार हैं। पूरा चुनावी कैंपेन नवाज ने पीएम पद के प्रत्याशी के बतौर किया। लेकिन अचानक ये खबर आई कि नवाज शरीफ नहीं, अब उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ पीएम बनेंगे। नवाज शरीफ ने अपने आपको पीएम पद की रेस में पीछे कर लिया और शहबाज का नाम आगे कर दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसा हुआ क्यों और कैसे?
नतीजे घोषित होते ही नवाज शरीफ और बिलावल की पार्टी में गठबंधन को लेकर बातचीत हुई। इससे यह स्पष्ट हो गया कि पीएमएल एन की ओर से शहबाज शरीफ पीएम पद के प्रत्याशी होंगे और बड़े जरदारी राष्ट्रपति बन सकते हैं। इस तरह पाकिस्तान में पीएमएल एन के नेता शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। बिलावल भुट्टो के पिता आसिफ अली जरदारी अगले पाकिस्तानी राष्ट्रपति भी बन सकते हैं।
नवाज का शहबाज के नाम का ऐलान, पीटीआई अध्यक्ष ने लगाया आरोप
इस डील के बाद नवाज शरीफ ने ऐलान किया कि शहबाज शरीफ पीएम पद संभालेंगे। इस बीच इमरान खान की पार्टी पीटीआई के अध्यक्ष परवेज इलाही ने बुधवार को दावा किया कि नवाज शरीफ को उनके भाई शहबाज शरीफ ने 'फंसाया' है और उनका अपमान किया है। कभी शरीफ परिवार के करीबी रहे इलाही ने कहा कि अब नवाज शरीफ को पूरा जीवन चेहरा छिपाते हुए बिताना होगा।
नवाज पीएम पद से क्यों हटे पीछे, क्या है वजह?
इलाही ने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब यह सवाल तेज हो गया है कि आखिरकार नवाज शरीफ ने अपने आपको पीछे क्यों किया। नवाज की पार्टी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान उनको पीएम बनाने के नाम पर प्रचार किया था। यही नवाज शरीफ सेना के साथ डील के बाद लंदन से आए ही पीएम बनने के लिए थे और अब उनके पीछे हटने से इसको लेकर अटकलों का बाजार गरम हो गया है। वहीं पाकिस्तान के कई विश्लेषकों का कहना है कि नवाज शरीफ ने अपनी बेटी के राजनीतिक करियर को पंजाब प्रांत में आगे बढ़ाने के लिए यह कुर्बानी दी है।
पंजाब में पर्दे के पीछे से सरकार चलाएंगे नवाज शरीफ
पंजाब पाकिस्तान का सबसे शक्तिशाली प्रांत है और यही से पूरे देश की राजनीति तय होती है। पंजाब अब तक शरीफ परिवार का गढ़ था लेकिन इमरान खान ने इसमें सेंध लगा दी है। यही वजह है कि नवाज शरीफ को अपनी जमीन खोती दिख रही है। विश्लेषकों के मुताबिक मरियम नवाज भले ही पंजाब की सीएम बनेंगी लेकिन सरकार पर्दे के पीछे से नवाज शरीफ चलाएंगे और अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित करेंगे। वहीं मरियम ने कहा है कि पिता नवाज शरीफ किसी गठबंधन सरकार का नेतृत्व नहीं करना चाहते थे।
मरियम ने कहा 'जो लोग नवाज़ को जानते हैं, वे यह भी जानते हैं कि उन्हें गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।' मरियम ने ये भी कहा कि नवाज राजनीति नहीं छोड़ेंगे। वे पंजाब और केंद्र सरकारों की निगरानी करेंगे।