UN on Pakistan Terrorism: पाकिस्तान में हाल के समय में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। इन हमलों ने पाकिस्तान को झकझोर दिया है। खासकर पाकिस्तान में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे प्रांतों में आतंकी हमले बड़ी संख्या में हो रहे हैं। इन हमलों को कौन करवा रहा है। इन हमलों में किसका हाथ है, इस पर खुद संयुक्त राष्ट्र संगठन यानी 'यूएन' ने बड़ा खुलासा किया है। यूएन ने बता दिया है कि इन हमलों में किसकी गलती उजागर हुई है।
पाकिस्तान में हाल के दौर में बड़े आतंकी हमले हुए हैं। यहां तक कि अब पाकिस्तान के सुरक्षा बल भी सुरक्षित नहीं हैं। जब तब सुरक्षा बलों पर और पुलिसकर्मियों और पुलिस चौकियों पर आतंकियों द्वारा जानलेवा हमला किया जा रहा है। यही नहीं, रैलियों और जनसभाओं जैसे भीड़ भरे इलाकों में बम ब्लास्ट हो रहे हैं। ऐसे आतंकी हमलों से पाकिस्तान भी हिल गया है। इन सबके बीच संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि इन हमलों के पीछे अलकायदा जैसे खूंखार आतंकी संगठन की फंडिंग और उसके आतंकी हैं, जिन्हें दशकों से पाकिस्तान ने ही पाला पोसा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को मिली इस्लामिक स्टेट और अलकायदा/तालिबान मॉनिटरिंग टीम ने अपनी 33वीं रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है।
अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता से पाकिस्तान को मिला नुकसान
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में हमले करने वाले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को अलकायदा की ओर से न सिर्फ हथियार मिल रहे हैं बल्कि ग्राउंड सपोर्ट भी दिया जा रहा है। अफगानिस्तान तालिबान भी इसमें सक्रिय रोल अदा कर रहा है। जिस पाकिस्तान ने तालिबान को सत्ता पर काबिज कराने में सहायता की थी और जश्न मनाया था, उसी पाकिस्तान में अफगानिस्तान का तालिबान लगातार हमले करवा रहा है। तालिबानी आतंकी खैबर पख्तूनख्वा समेत बलूचिस्तान और सिंध में आतंकी हमले करा रहे हैं। पाकिस्तान लगातार इसे लेकर चिंता भी जताता रहा है। वहीं अफगानिस्तान से अब उसके रिश्ते भी इसके चलते खराब हुए हैं।
अफगानी धरती पर पल रहे हैं आतंकी: यूएन
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगान तालिबान भले ही कह रहा है कि वह अपनी धरती से आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहित नहीं करेगा, लेकिन अब तक इस पर रोक नहीं लगी है। रिपोर्ट के अनुसार बड़ी संख्या में अफगान तालिबान के लड़ाके ही अब टीटीपी का हिस्सा बन गए हैं। इन लोगों को अफगान तालिबान से अच्छी खासी फंडिंग मिल रही है और उनके परिवार के लोगों को भी मदद मिल रही है।
टीटीपी ने पाकिस्तान की नाक में कर रखा है दम
खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी तालिबान यानी टीटीपी ने अपना गढ़ बना लिया है। वहां आए दिन हमले हो रहे हैं। इनसे निपटने के लिए पाकिस्तान को कुछ नहीं सूझ रहा है। लिहाजा वह पाकिस्ताान में रहने वाले तालिबानियों को बलपूर्वक वापस अफगानिस्तान में भेज रहा है। शहबाज शरीफ सरकार थी, तब के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को टीटीपी द्वारा पाकिस्तान में हमले करवाने के लिए जिम्मेदार ठहराया था। साथ ही अपनी चिंता भी जाहिर की थी।