पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर के मुताबिक देशभर में 22 जनवरी को बड़े पैमाने पर बिजली कटौती के पीछे साइबर क्राइम करने वालों का हाथ हो सकता है। एक संवाददाता सम्मेलन में दस्तगीर के हवाले से कहा गया, "जल्द ही जांच पूरी कर ली जाएगी। हालांकि बहुत कम संभावनाएं हैं, लेकिन फिर भी राष्ट्रीय ग्रिड पर साइबर हमले से इनकार नहीं किया जा सकता।" मंत्री ने कहा कि बिजली गुल होने की तुरंत जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी जाएगी।
22 जनवरी को बिजली गुल हो गई थी
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते, दस्तगीर ने कहा था कि वे देशभर में बिजली गुल होने के कारण का पता नहीं लगा पाए हैं, इसमें 'विदेशी हस्तक्षेप' की संभावना की भी जांच होगी। दरअसल, ट्रांसमिशन सिस्टम में 'फ्रीक्वेंसी वेरिएशन' की वजह से 22 जनवरी को सुबह करीब 7.30 बजे देश के बड़े इलाकों में बिजली गुल हो गई थी। देर रात तक बिजली पूरी तरह से बहाल नहीं हुई थी, जिससे पाकिस्तान में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
विदेशी हस्तक्षेप किया गया था?
दस्तगीर ने कहा था, "यह बहुत चिंताजनक था और इसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या हमारी बिजली वितरण प्रणाली को हैक कर कोई विदेशी हस्तक्षेप किया गया था।" एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने कहा कि "इंटरनेट के माध्यम से विदेशी हस्तक्षेप की संभावना कम है। हालांकि, मामले की जांच की जाएगी क्योंकि हाल ही में कई घटनाएं हुई हैं।"
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