Highlights
- यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनाव
- ताईबान को लेकर चीन और अमेरिका के बीच भी है तनाव की स्थिति
- अमेरिका से तनाव के बीच दोनों देश करेंगे बातचीत
बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के उनके समकक्ष व्लादिमीर पुतिन बुधवार को द्विपक्षीय संबंधों और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर डिजिटल तरीके से शिखर वार्ता करेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने किसी विशेष विषय का उल्लेख नहीं किया और कहा कि बुधवार की वीडियो बैठक के बाद विवरण जारी किया जाएगा।
वांग ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘दोनों राष्ट्राध्यक्ष इस साल चीन-रूस संबंधों और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की व्यापक समीक्षा करेंगे।’’ वांग ने कहा कि नेताओं द्वारा अगले साल द्विपक्षीय संबंधों की बेहतरी के लिए शीर्ष-स्तर पर रूपरेखा तैयार की जाएगी।
गौरतलब है कि यूक्रेन की सीमा के करीब हजारों रूसी सैनिकों के जमावड़े को लेकर रूस और पश्चिमी देशों में तनाव के बीच यह वार्ता होने वाली है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीते सप्ताह कहा था कि अगर रूस ने फिर से यूक्रेन पर आक्रमण किया तो अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव डालने वाली कठोर पाबंदी लगाई जाएगी।
इस पर पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा था कि रूस के सैनिक अपनी सीमा के भीतर हैं और उन्होंने किसी को धमकी नहीं दी है। अमेरिका और रूस के बीच लंबे वक्त से तनातनी की माहौल जारी है। ऐसी ही स्थिति कुछ अमेरिका और चीन के बीच भी है।
उईगुर मुस्लिमों खासकर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक आंदोलनों पर कार्रवाई के लिए चीन भी पाबंदियों का सामना कर रहा है। ऐसे में हालिया वर्षों में अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था में अमेरिका के दबदबे की काट के लिए चीन और रूस के बीच सहयोग बढ़ा है।
व्यापार, प्रौद्योगिकी जैसे विषयों और ताईवान को धमकाने के कारण भी चीन, अमेरिका के संबंधों में तनाव है। वांग ने कहा कि चीन-रूस की द्विपक्षीय बैठक से ‘‘दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय आपसी विश्वास के और बढ़ने’’ की उम्मीद है।