America Defence Minister India Visit: भारत और अमेरिका की दोस्ती को दुनिया मानती है। अमेरिका और भारत की दोस्ती की इस केमिस्ट्री से चीन और पाकिस्तान जैसे भारत के दुश्मनों को मिर्ची लग जाती है। पीएम मोदी के हाल के समय में अमेरिकी दौरे और जी20 में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भारत विजिट से दोनों देशों की प्रगाढ़ता और खुलकर सामने आई है। इसी बीच रूस और यूक्रेन की जंग और अब इजराइल और हमास के संघर्ष के बीच अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत पहुंच गए हैं। वे यहां 'टू प्लस टू' बातचीत के लिए आए हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन भी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे और हवाई अड्डे पर उनके भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। ऑस्टिन शुक्रवार को भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा मंत्रियों के स्तर की वार्ता में हिस्सा लेने के लिए नयी दिल्ली की दो दिन की यात्रा पर आए हैं। बातचीत में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। भारतीय पक्ष का नेतृत्व सिंह और विदेश मंत्री एस.जयशंकर करेंगे।
जानिए राजनाथ सिंह ने 'एक्स' पर क्या कहा?
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट में लिखा, ‘पालम, नई दिल्ली में अपने मित्र और रक्षामंत्री ऑस्टिन का स्वागत करके प्रसन्नता हुई। ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता और कल होने वाली द्विपक्षीय बैठक के दौरान सार्थक विचार-विमर्श होने की उम्मीद है।’ ऑस्टिन को हवाई अड्डे पर ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी दिया गया। सिंह और जयशंकर का ‘टू प्लस टू’ संवाद के इतर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें करने का भी कार्यक्रम है।
भारत अमेरिका रणनीतिक संबंधों पर खुलकर होगी चर्चा
इसमें तेजी से विस्तारित होते भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों की व्यापक समीक्षा किए जाने की उम्मीद है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंह और ऑस्टिन के बीच ‘टू प्लस टू’ वार्ता और द्विपक्षीय बैठक में कई रणनीतिक, रक्षा और प्रौद्योगिकी मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। अमेरिका के मंत्री ऑस्टिन ने आखिरी बार जून में भारत की यात्रा की थी और सिंह से मुलाकात की थी। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि ‘टू प्लस टू’ संवाद रक्षा और सुरक्षा सहयोग, प्रौद्योगिकी मूल्य श्रृंखला सहयोग और दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर संबंधों में प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा हो सकेगी।
इंडो अमेरिकी साझेदारी का रोडमैप बढ़ाएंगे आगे
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘मंत्रियों को इस साल जून और सितंबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो.बाइडन द्वारा अपनी चर्चाओं में परिकल्पित भारत-अमेरिका साझेदारी के भविष्य के रोडमैप को आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा।’ मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष समसामयिक क्षेत्रीय मुद्दों का भी जायजा लेंगे और बहुपक्षीय मंच और क्वाड जैसे ढांचे के माध्यम से सहयोग बढ़ाने के लिए साझा प्राथमिकताओं के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।