नई दिल्ली। उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर अमेरिका और अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया को धमकाने की नियत से लंबी दूरी की घातक मिसाइल दागी है। किम जोंग उन ने यह मिसाइल तब दागी जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया संयुक्त सैन्य अभ्यास की तैयारी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने शनिवार को अपनी राजधानी से जापान के करीब समुद्र में लंबी दूरी की मिसाइल दागी है। यह जानकारी पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान ने दी है। बता दें कि अभी दो दिन पहले ही दक्षिण कोरिया द्वारा अमेरिका के साथ सैन्य अभ्यास की घोषणा की गई थी। इसके बाद उत्तर कोरिया ने उसे धमकाया था। उत्तर कोरिया की धमकी के एक दिन बाद यह संदिग्ध मिसाइल दागी गई है।
5700 किलोमीटर ऊंचाई से गुजरी मिसाइल
उत्तर कोरिया की इस मिसाइल की क्षमता इतनी अधिक बताई जा रही है कि यह करीब 5700 किलोमीटर की ऊंचाई से गुजरी है। दक्षिण कोरिया और जापान की सेनाओं के मुताबिक मिसाइल उच्च कोण से दागी गई। ताकि पड़ोसी देशों के इलाकों में इसके जाने से बचा जा सके। इस मिसाइल ने करीब 900 किलोमीटर की दूरी तय की। इसी तरह की जानकारी नवंबर में तब मिली थी, जब उत्तर कोरिया ने हवासॉन्ग-17 अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह मिसाइल समान्य ऊंचाई से रास्ता तय करे तो अमेरिका की मुख्य भूमि तक पहुंच सकती है। जापान सरकार की प्रवक्ता हिरोकाजु मत्सुनो ने बताया कि मिसाइल से किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि मिसाइल के जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में ओशिमा द्वीप के पश्चिम तटी से करीब 200 किलोमीटर दूर गिरने की आशंका है। ओशिमा होक्काइदो मुख्य द्वीप के उत्तर में स्थित है। उत्तर कोरिया द्वारा कथित मिसाइल परीक्षण उसके विदेश मंत्रालय की धमकी के एक दिन बाद हुआ है।
जापान ने हिंसात्मक कार्रवाई करार दिया
दक्षिण कोरिया द्वारा अमेरिका के साथ प्योंगयांग के खिलाफ अपनी तैयारी को चुस्त दुरस्त करने के लिए सैन्य अभ्यास की श्रृंखला की घोषणा की गई जिसके बाद उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी थी की कि वह ‘अभूतपूर्व’ कार्रवाई करेगा। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल के कार्यालय ने कहा कि उनके राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशक किम सुंग हान ने आपात सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की जिसमें सदस्यों ने मिसाइल परीक्षण को ‘गंभीर’ उकसावा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन करार दिया और कहा कि इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा। उन्होंने खराब होती आर्थिक स्थिति और खाद्य असुरक्षा के बावजूद उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियार विकास की योजना को आगे बढ़ाने की निंदा करते हुए कहा कि इससे केवल अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध और सख्त होंगे। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि तोक्यो परीक्षण को लेकर वाशिंगटन और सियोल से संवाद कर रहा है। उन्होंने उत्तर कोरिया के परीक्षण को ‘‘हिंसा की कार्रवाई बताया जो अंतरराष्ट्रीय क्रम को उकसाएगा।
गौरतलब है कि एक जनवरी के बाद यह उत्तर कोरिया द्वारा पहला ज्ञात मिसाइल परीक्षण है। एक जनवरी को उसने कम दूरी की मिसाइल दागी थी। पिछले सप्ताह प्योंगयांग में सैन्य परेड आयोजित की गई जिसमें एक दर्शन से अधिक अंतर महाद्वीपीय मिसाइलों को प्रदर्शित किया गया। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा था कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका इस साल 20 सैन्य अभ्यास करने की योजना बना रहे हैं जिसमें बड़े पैमाने पर थलसेना का सैन्य अभ्यास शामिल है। प्योंगयांग ने प्रतिद्वंद्वियों को अपराधी करार देते हुए आरोप लगाया था कि वे जानबूझकर क्षेत्र की शांति और स्थिरता भंग कर रहे हैं।
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