तेल अवीव: इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए हमास के आतंकी हमलों को लेकर एक हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलीस्तीन के शरणार्थियों के लिए काम कर रही संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) के कई कर्मचारियों के इस हमले में शामिल होने का शक है। यह पूरा मामला सामने आने के बाद UNRWA ने अपने कई कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। UNRWA चीफ फिलिप लाजारिनी ने एक बयान में कहा कि एजेंसी ने इजरायल के आरोप के बाद अपने कई कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कुल कितने कर्मचारी बर्खास्त किए गए हैं।
‘गिरफ्तार आतंकियों के कबूलनामे से हुआ खुलासा’
इजरायल रक्षा बल (IDF) के सूत्रों ने बताया कि UNRWA के 12 कर्मचारियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए उन आतंकवादी हमलों में भाग लिया था जिसमें 1200 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि UNRWA स्टाफ सदस्यों की कथित संलिप्तता की जानकारी उन आतंकवादियों द्वारा प्रदान की गई, जिन्हें इजरायल ने गिरफ्तार किया गया था। UNRWA प्रमुख ने शुक्रवार रात एक बयान में कहा, ‘आतंकवादी कृत्यों में शामिल किसी भी UNRWA कर्मचारी पर आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा और उसे जवाबदेह ठहराया जाएगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि इजरायली अधिकारियों ने आरोपियों की कथित संलिप्तता के बारे में जानकारी प्रदान की है।
UN ने कहा, 'UNRWA की तुरंत समीक्षा की जाएगी
इजरायली पक्ष ने यह भी आरोप लगाया है कि 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमले के दौरान UNRWA की गाड़ियों का भी इस्तेमाल किया गया था। कर्मचारियों के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है। UNRWA द्वारा कथित संलिप्तता के लिए अपने कर्मचारियों को बर्खास्त करने के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘मानवीय कार्यों की आड़ में आतंकवाद संयुक्त राष्ट्र और उन सिद्धांतों का अपमान है, जिनका प्रतिनिधित्व करने का वह दावा करता है।’ UN महासचिव के प्रवक्ता ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'UNRWA की तत्काल और व्यापक समीक्षा की जाएगी।'
अमेरिका ने कहा- अहम अतिरिक्त फंडिंग रोक रहे हैं
अमेरिकी विदेश विभाग ने भी एक बयान में कहा कि वह आरोपों से बेहद चिंतित है और उसने UNRWA को अतिरिक्त फंडिंग अस्थायी रूप से रोक दी है। बता दें कि अमेरिका ने 2022 में UNRWA को 340 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था। संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने एक बयान में कहा, ‘यह कितना प्रतीकात्मक है कि अंतर्राष्ट्रीय प्रलय स्मरण दिवस पर यह साबित हो गया कि हम वर्षों से क्या दावा करते रहे हैं: UNRWA के कर्मचारी आतंकवादी संगठन हमास के सहयोगी हैं।’
आतंकियों को आश्रय दे रहा था UNRWA: इजरायल
UNRWA ने गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों में राहत सहायता प्रदान करने सहित सेवाएं प्रदान की हैं। UNRWA सीरिया, जॉर्डन और लेबनान में भी फिलिस्तीनी शरणार्थियों को राहत प्रदान करता है। इजरायल ने कहा कि UNRWA जानबूझकर या धमकी के तहत हमास के आतंकवादियों को आश्रय प्रदान कर रहा था। (IANS)