Highlights
- पाकिस्तान में बाढ़ के कारण भारी नुकसान
- 3.3 करोड़ से अधिक लोग हुए हैं विस्थापित
- 1300 से अधिक लोगों ने गंवाई है जान
Pakistan Floods: संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बाढ़ से प्रभावित पाकिस्तान के लिए सोमवार को अति आवश्यक राहत सामग्री भेजी है। इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश के दक्षिणी हिस्से का दौरा किया, जहां मंछर झील का जलस्तर बढ़ने से नया खतरा पैदा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) के दो विमान दक्षिणी बंदरगाह शहर कराची पहुंचे और आज ही दो और विमानों के वहां उतरने की उम्मीद है। तुर्कमेनिस्तान से एक और विमान राहत सामग्री लेकर कराची पहुंचा। पाकिस्तान के अधिकतर हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन सिंध प्रांत सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
पाकिस्तान में इस साल बेमौसम भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के चलते 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ से निपटने के उपायों के तहत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पिछले सप्ताह दुनिया से कहा था कि वह इस संकट पर 'आंखें मूंदे रखना' बंद करे। वह नौ सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं। रविवार को इंजीनियरों ने बाढ़ के पानी से होने वाली संभावित तबाही से सहवान शहर और आसपास के गांवों को बचाने के लिए मंछरी झील के किनारे एक तटबंध को काट दिया ताकि बढ़ते पानी को छोड़ा जा सके। बाढ़ के चलते जून के मध्य से 16 लाख घरों को नुकसान हुआ है।
विदेश मंत्री से मिले पीएम शहबाज शरीफ
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उफान मारती सिंधू नदी के किनारे सुक्कुर शहर में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से मुलाकात की। वहां से उन्होंने हेलीकॉप्टर के जरिए बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने शरीफ को बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी। सरकारी अनुमान के अनुसार लगभग 22 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में 33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके चलते 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं और मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
तेजी से फैल रहीं जल जनित बीमारियां
वहीं अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में डायरिया और मलेरिया जैसी जल जनित बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। विनाशकारी बाढ़ के कारण देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न है। 3.3 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है। रविवार तक मृतक संख्या 1,290 हो गई थी। इसके अलावा घायल होने वालों की संख्या करीब 12,588 तक पहुंच गई है। बाढ़ के कारण 5,063 किलोमीटर तक सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और 1,468,049 आवास आंशिक रूप से या पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। वहीं 736,459 मवेशी मारे गए हैं।