
दुबई: यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता की लगातार उठ रही मांग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे हैं। वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो सऊदी अरब के दौरे पर अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे जो आगामी दिनों में रूसी अधिकारियों के साथ सीधी बातचीत करेगा। अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि रुबियो की इस यात्रा का उद्देश्य रूस-यूक्रेन जंग को समाप्त कराना है।
डोनाल्ड ट्रंप ने दिए थे इस बात के संकेत
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह संकेत दिया था कि वह सऊदी अरब में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि रियाद में होने वाली वार्ता में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के भी भाग लेने की उम्मीद है। रुबियो की यह यात्रा पिछले हफ्ते राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद हो रही है।
जेलेंस्की ने साफ किया था अपना रुख
पुतिन के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा था कि वो ‘‘अपनी-अपनी टीम द्वारा तुरंत बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए हैं।’’ ट्रंप की पुतिन के साथ यह बातचीत 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस को अलग थलग करने की अमेरिका की नीति के उलट थी। हालांकि, ट्रंप ने जेलेंस्की से भी अलग से बात की। जेलेंस्की ने कहा था कि वह यूक्रेन के बारे में किसी भी ऐसी बातचीत को स्वीकार नहीं करेंगे जिसमें उनका देश शामिल नहीं हो। यूरोप के देशों की सरकारों ने भी इसमें भूमिका की मांग की है।
UAE पहुंचे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की
‘फॉक्स न्यूज चैनल’ के ‘‘संडे मॉर्निंग फ्यूचर्स’’ कार्यक्रम में विटकॉफ ने कहा कि वह और वाल्ट्ज ‘‘राष्ट्रपति के निर्देश पर बैठकें करेंगे’’ और उन्हें ‘‘रूस-यूक्रेन के संबंध में कुछ अच्छी प्रगति’’ की उम्मीद है। इस बीच, जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के बाद जेलेंस्की अबू धाबी पहुंचे। उनके कार्यालय द्वारा जारी फुटेज में रविवार देर रात को हवाई अड्डे पर उन्हें और उनकी पत्नी ओलेना का अमीरात के अधिकारी स्वागत करते दिख रहे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद जेलेंस्की की यह यूएई की पहली यात्रा है।
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जेलेंस्की के कार्यालय ने ऑनलाइन संदेश में कहा, ‘‘हमारी शीर्ष प्राथमिकता हमारे अधिक से अधिक लोगों को कैद से मुक्त कराकर स्वदेश वापस लाना है।’’ राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा, ‘‘हम निवेश और आर्थिक साझेदारी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर मानवीय कार्यक्रम पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।’’ संयुक्त अरब अमीरात को लंबे समय से शांति वार्ता के लिए संभावित स्थल के रूप में देखा जाता रहा है, क्योंकि युद्ध शुरू होने के बाद से ही यहां बड़ी संख्या में रूस और यूक्रेन के प्रवासी आ पहुंचे हैं और अमीरात को पूर्व में मध्यस्थता का अनुभव भी है। (एपी)
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