नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग में भारतीय नागरिक मारे गए हैं। भारत की तरफ से कहा गया है कि रूसी सेना की तरफ से भर्ती किए गए दो भारतीय नागरिक हाल में रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए हैं, जिससे ऐसी मौतों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने रूस के साथ इस मामले को मजबूती से उठाया है और रूसी सेना में शामिल सभी भारतीय नागरिकों की जल्द वापसी की मांग की है।
'लगनी चाहिए रोक'
बयान में कहा गया है कि भारत ने मांग की है कि ‘‘रूसी सेना द्वारा भारतीय नागरिकों की किसी भी और भर्ती पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए और ऐसी गतिविधियां हमारी साझेदारी के अनुरूप नहीं होंगी।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमें यह बताते हुए खेद है कि रूसी सेना द्वारा भर्ती किए गए दो भारतीय नागरिक हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में मारे गए हैं।’’
परिवारों के प्रति संवेदना
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। मॉस्को में हमारे दूतावास ने रूसी अधिकारियों पर पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द वापस भेजने का दबाव बनाया है।’’
रूस की सेना में शामिल हैं इन देशों के लोग
यूक्रेन के साथ जंग में रूस को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में रूस कई स्तरों पर विदेशी सैनिकों की भर्ती कर रहा है। रूस की सेना में भारत, नेपाल के अलावा अफ्रीकी देशों और पूर्वी एशियाई देशों के नागरिक भी शामिल किए गए हैं। विदेशी नागरिकों को रूसी सेना में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
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