दक्षिण पूर्वी तुर्की और दक्षिणी सीरिया में सोमवार को भूकंप की शक्ल में महा प्रलय आई है। 7.8 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में अब तक 2300 से अधिक लोगों की मौत हो गई। भूकंप से सैकड़ों इमारतों को नुकसान पहुंचा है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। लेकिन ये बात जानकर हर कोई हैरान है कि इस प्रयल की भविष्यवाणी तीन दिन पहले ही कर दी गई थी।
नीदरलैंड्स के रिसर्चर की थी भविष्यवाणी
दरअसल, नीदरलैंड्स के रिसर्चर फ्रैंक हूगरबीट्स ने 3 फरवरी 2023 को भविष्यवाणी की थी कि तुर्की-सीरिया के इलाके में भयानक भूकंप आने वाला है। इतना ही नहीं उन्होंने भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता भी लगभग सटीक बताई थी। रिसर्चर फ्रैंक हूगरबीट्स बताया था कि इस भूकंप की तीव्रता 7.5 या उससे ज्यादा हो सकती है। इस भविष्यवाणी के तीन दिन बाद जो हुआ वो देखकर सारी दुनिया में खलबली है। भूकंप से तुर्की और सीरिया में भारी तबाही आई। हजारों इमारतें जमींदोज हो गईं। अबतक 2300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और हजारों जख्मी हैं।
भूकंप की तीव्रता भी बताई थी लगभग सही
बता दें कि फ्रैंक हूगरबीट्स सोलर सिस्टम जियोमेट्री सर्वे (SSGEOS) के रिसर्चर हैं जो पिछले कुछ दिनों से लगातार धरती के अलग-अलग हिस्सों में हो रही सेसमिक गतिविधियों की स्टडी कर रहे थे। अपनी इन्हीं स्टडी के आधार पर उन्होंने चेतावनी दी कि साउथ-सेंट्रल तुर्की, लेबनान, सीरिया और जॉर्डन में 7.5 या उससे तीव्रता का भूकंप आ सकता है। हैरानी की बात है कि इस नीदरलैंड्स के रिसर्चर ने 3 फरवरी को ही अपने ट्वीट में लिखा था, "देर-सबेर दक्षिण-मध्य तुर्की, जॉर्डन, सीरिया, लेबनान क्षेत्र में करीब 7.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप आएगा।"
हालांकि ट्विटर पर कई लोगों ने उन्हें एक स्यूडो साइंटिस्ट बताया। एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "ये शख्स ग्रहों की चाल पर भूकंप की भविष्यवाणी कर रहा है। इसकी कई भविष्यवाणी गलत साबित हो चुकी हैं। बस यही एक सही साबित हुई है।"
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