अंकारा: तुर्किये की मुख्य विपक्ष पार्टी ने रविवार को हुए स्थानीय चुनावों में अहम शहरों में अपनी पकड़ कायम रखी और अन्य स्थानों पर बड़ी बढ़त हासिल की। शुरुआती नतीजे राष्ट्रपति तैयब एर्दोआन के लिए झटका हैं जो इन शहरी इलाकों में फिर से नियंत्रण हासिल करने की कोशिश में थे। सरकारी प्रसारणकर्ता ‘टीआरटी’ के मुताबिक, अब तक करीब 60 फीसदी मतों की गणना की जा चुकी है और तुर्किये के सबसे बड़े शहर एवं आर्थिक केंद्र इस्तांबुल में रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) के मौजूदा मेयर अकरम इमामोगलू बढ़त बनाए हुए हैं।
मेयर मंसूर यावस भारी मतों से जीते
वहीं, राजधानी अंकारा में मेयर मंसूर यावस बड़े अंतर से अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। टीआरटी के मुताबिक, सीएचपी तुर्किये के 81 प्रांत में से 36 पर आगे है। चुनाव को राष्ट्रपति एर्दोआन की लोकप्रियता के पैमाने के तौर पर देखा जा रहा था। वह इन अहम शहरी क्षेत्रों में अपनी ‘जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी’ को जीत दिलाने कोशिश में थे। पांच साल पहले उनकी पार्टी विपक्षी दल से हार गई थी। यह नतीजे विपक्ष के लिए संजीवनी हैं जो पिछले साल हुए राष्ट्रपति एवं संसदीय चुनाव में एर्दोआन के हाथों हार के बाद विभाजित हो गया था और उसका मनोबल टूट गया था।
जीत से विपक्ष उत्साहित
सीएचपी नेता ओज़गुर ओज़ेल ने उत्साही समर्थकों की भीड़ से कहा, "मतदाताओं ने तुर्किये में एक नई राजनीतिक व्यवस्था स्थापित करने का फैसला किया है।" उन्होंने कहा, "आज, मतदाताओं ने तुर्किये में 22 साल पुरानी तस्वीर को बदलने और हमारे देश में एक नए राजनीतिक माहौल का द्वार खोलने का फैसला किया।
इनपुट-एपी