पाकिस्तान पुलिस ने शनिवार को पंजाब प्रांत में एक खुफिया अभियान के दौरान टीटीपी के पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। वहीं दक्षिण वजीरिस्तान के मुख्यालय वाना में शुक्रवार को 5,000 से अधिक स्थानीय लोगों ने अपने क्षेत्रों में बढ़ती हिंसा, आतंकवाद और अपहरण के खिलाफ एक रैली निकाली। इस बीच शनिवार को एक वीडियो में टीटीपी प्रमुख मुफ्ती नूर वली महसूद के हवाले से कहा गया, ''हमने अफगानिस्तान की मध्यस्थता में पाकिस्तान से बातचीत की। हम अभी भी युद्धविराम समझौते के लिए तैयार हैं।''
टीटीपी के अल-कायदा से करीबी संबंध
बता दें, पिछले साल नवंबर में, टीटीपी ने जून 2022 में सरकार के साथ अनिश्चितकालीन संघर्ष विराम समझौते को रद्द कर दिया था और अपने आतंकवादियों को सुरक्षा बलों पर हमला करने का आदेश दिया था। माना जाता है कि टीटीपी के अल-कायदा से करीबी संबंध हैं। उसने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पीएमएल-एन और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की पीपीपी के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने की धमकी दी।
युद्धविराम समझौते को लेकर क्या कहा?
पाकिस्तान के एक अखबार के मुताबिक शनिवार को एक वीडियो में टीटीपी प्रमुख मुफ्ती नूर वली महसूद के हवाले से कहा गया, 'हमने अफगानिस्तान की मध्यस्थता में पाकिस्तान से बातचीत की। हम अभी भी युद्धविराम समझौते के लिए तैयार हैं।
टीटीपी प्रमुख ने कहा, 'अगर आपको हमारे जिहाद में कोई दिक्कत नजर आती है, अगर आपको लगता है कि हमने अपनी दिशा बदल ली है, हम भटक गए हैं, तो आपसे गुजारिश है कि हमारा मार्गदर्शन करें। हम आपकी दलीलों को खुशी के साथ सुनने के लिए हमेशा तैयार हैं।'
प्रतिबंधित टीटीपी के विस्तार को रोकने की कोशिश जारी
दरअसल, 4 जनवरी को, TTP की सर्वोच्च परिषद ने TTP प्रमुख से मिलने पर एक नया निर्देश जारी किया। उसने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अगले आदेश तक प्रमुख के साथ किसी भी बैठक पर प्रतिबंध लगा दिया। बढ़ते आतंकवादी हमलों के बीच प्रतिबंधित टीटीपी के विस्तार को रोकने के लिए देश का नागरिक और सैन्य नेतृत्व एक प्रमुख नीतिगत समीक्षा कर रहा है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बंद कमरे में बातचीत जारी है और अगले कुछ हफ्तों में बड़े फैसले की उम्मीद है।