चीन में कोरोना से हालात बेहद बुरे हो गए हैं। संक्रमण से कैसे निपटा जाए, इसे लेकर सरकार बेहद टेंशन में है। हालात इतने बदतर हैं कि सारे इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। चीन की वैक्सीन फेल होने का खामियाजा चीनी जनता को उठाना पड़ा है। हमारे देश में कोविशील्ड, कोवैक्सीन जैसे टीके जहां 80 से 90 फीसदी तक कारगर रहे। वहीं चीन की वैक्सीन सिनोफर्म के तीन डोज वहां लोगों को लेना पड़े हैं। इसके बाद भी वहां लोग सुरक्षित नहीं है। चीनी जनता की जान बचाने के लिए अब एक्सपर्ट्स आगे आए हैं, उनका कहना है कि जल्द ही चीन के लोगों को दूसरा बूस्टर डोज लगवाना जरूरी है।
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार से लेकर प्रशासन तक टेंशन में है। कोरोना के केसों में राहत मिलते नहीं दिख रही है। इस बीच, नागरिकों की तरफ से पूछा जा रहा है कि जो लोग कोरोना संक्रमित हुए और अब ठीक हो चुके हैं, उनके लिए भी क्या दूसरा बूस्टर शॉट जरूरी है? इस सवाल का चीन की स्टेट काउंसिल की संयुक्त महामारी टीम ने 'हां' में जवाब दिया है। महामारी टीम ने लोगों से अपने दूसरे बूस्टर शॉट के रूप में पिछली तीन डोज में से एक अलग वैक्सीन चुनने की अपील की है। एक्सपर्ट ने ऐसे लोगों को जल्द चौथा शॉट लेने की सलाह दी है।
इम्यूनिटी के लिए बूस्टर डोज जरूरी
चीन की स्टेट काउंसिल के संयुक्त रोकथाम और नियंत्रण विभाग के एक्सपर्टस ने रविवार को वैक्सीनेशन को लेकर जनता के सवालों के जवाब दिए। इसमें कहा गया कि COVID-19 से संक्रमित लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए दूसरा बूस्टर शॉट लेना जरूरी हो गया है। संयुक्त टीम ने कहा कि जो लोग COVID-19 से संक्रमित हो गए हैं, उन्हें संक्रमण के कम से कम छह महीने बाद चौथा शॉट लेना चाहिए। अलग-अलग टेक्नोलॉजी (हेट्रोलॉगस वैक्सीन स्ट्रेटजी) का इस्तेमाल करने वाले शॉट्स या ओमिक्रोन वायरस के खिलाफ क्रॉस इम्युनिटी देने वाले शॉट्स को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
चौथी डोज इनएक्टिवेटेड नहीं होना चाहिए
चीनी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के एक पूर्व मुख्य महामारी एक्सपर्ट जेंग गुआंग ने संक्रमण के कारण और समाधान के बारे में बातचीत की और जोर देकर कहा कि अगर लोगों ने अपने पिछले टीके के रूप में इनएक्टिवेटेड वैक्सीन ली है तो चौथा टीका इनएक्टिवेटेड नहीं होना चाहिए, बल्कि अलग टेक्नोलॉजी का होना चाहिए।
चीन में वैक्सीनेशन में लाई गई तेजी
झुआंग ने कहा कि कई देशों ने बूस्टर के रूप में mRNA वैक्सीन का उपयोग किया है। चीन में हमने वर्तमान में फिर से प्रोटीन-आधारित वैक्सीनों और नेजल स्प्रे इन्फ्लूएंजा वायरस वेक्टर टीकों को बूस्टर के रूप में उपयोग किया है. संयुक्त टीम ने रविवार को डोमेस्टिक कोविड-19 वैक्सीन (CHO Cell) की उपलब्धता भी बढ़ाई है, जो अन्हुई झिफेई लॉन्गकॉम बायोफार्मास्युटिकल द्वारा निर्मित तीन या उससे ज्यादा उम्र के लोगों के लिए है। इस वैक्सीन को वयस्कों के लिए पहले बूस्टर डोज के रूप में मंजूरी दी गई है। ये उन लोगों को लगाई जाएगी, जिन्होंने छह महीने पहले एक ही वैक्सीन के दो शॉट पूरे किए हैं।