Saudi Arab: रमजान का पवित्र माह चल रहा है। इसी बीच दुनिया के एक बड़े मुस्लिम देश ने एक शख्स को फांसी की सजा दी है। इस देश का नाम है सऊदी अरब। हालांकि बताया जा रहा है कि यह एक अलग तरह का मामला था। विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि फांसी 28 मार्च यानी रमजान माह के पांचवें दिन दी गई। फांसी की यह सजा मुस्लिमों की दूसरे सबसे पवित्र स्थल मदीना में दी गई। सऊदी अरब में 2009 के बाद रमजान के महीने में पहली बार मौत की सजा दी गई है।
सऊदी अरब में 2009 के बाद पहली बार रमजान में दी मौत की सजा
सऊदी अरब में 2009 के बाद रमजान के महीने में पहली बार मौत की सजा दी गई है। इसकी दुनिया में चर्चा भी हो रही है। सऊदी अरब की अधिकृत प्रेस एजेंसी के अनुसार 28 मार्च को इस्लाम के दूसरे सबसे पवित्र शहर मदीना में रमजान के पांचवें रोजे यानी 28 मार्च को इस व्यक्ति को मौत की सजा दी गई। एजेंसी के मुताबिक यह शख्स सऊदी अरब का निवासी था और हत्या के मामले में गुनाहगार था। उसने पीड़ित महिला की चाकुओ से वार करके हत्या की थी। बाद में उसे जला दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मानवाधिकारों के लिए बर्लिन स्थित यूरोपीय सऊदी संगठन ‘ईएसओएचआर‘ ने एक बयान में कहा, ‘सऊदी अरब में रमजान के दौरान एक नागरिक को मौत की सजा दी गई है।‘
सऊदी गृह मंत्रालय के मृत्युदंड डेटा का हवाला देते हुए संगठन ने कहा कि ‘सऊदी में 2009 के बाद से ‘पवित्र महीने के दौरान मौत की कोई सजा नहीं दी गई है‘। इस साल 2009 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि रमजान के महीने में किसी व्यक्ति को मृत्युदंड दिया गया है।‘
इस साल अभी तक 17 लोगों को मौत की दी गई सजा
ईएसओएचआर ने कहा कि रमजान माह में मौत की सजा पर अमल होने के साथ ही इस साल यानी वर्ष 2023 में मौत की सजा की संख्या 17 हो गई है। इससे पहले पिछले साल यानी वर्ष 2022 में सऊदी अरब में 147 लोगों को मौत की सजा दी गई थी। जो कि उससे पिछले साल यानी वर्ष 2021 के आंकड़े से दोगुना से ज्यादा है। वर्ष 2021 में सऊदी अरब में 69 लोगों को मौत की सजा दी गई थी।