Riyadh: चीन पूरी दुनिया में खासकर मध्य एशिया और खाड़ी देशों में अपनी पकड़ बनाना चाहता है। बेल्ट एंड रोड परियोजना इसी प्रक्रिया का बड़ा हिस्सा है। चीन की इस चुनौती को भारत, अमेरिका,यूएई, सउदी अरब और अमेरिका मिलकर करारा जवाब देने वाले हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन, भारत के एनएसए अजीत डोभाल और यूएई के समकक्षों ने मिलकर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के साथ बड़ी बैठक की। यह बैठक रविवार को जेद्दा में हुई। इसमें कुछ ऐसे मसले पर चर्चा की गई, जिससे भारत को बड़ा फायदा होने वाला है। व्हाइट हाउस ने बताया कि सुलिवन और डोभाल इस महीने के आखिर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले क्वाड सम्मेलन से इतर फिर से मुलाकात करेंगे। जेद्दा में हुई मुलाकात में ऐसे मामले पर चर्चा हुई है, जिससे चीन को बड़ी चुनौती मिलने जा रही है।
भारत और खाड़ी देशों के बीच चलेगी ट्रेन, होगा फायदा
इस बैठक से चीन को बड़ी चुनौती मिलने जा रही है, जो बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव परियोजना से एशिया और अफ्रीका में अपनी धाक जमाना चाहता है। चीन की काट के लिए भारत, अमेरिका, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने खाड़ी देशों के बीच ट्रेन सेवा बनाने पर काम शुरू कर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारतीय एनएसए अजीत डोभाल ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलामान से भी इस ट्रेन परियोजना पर बात की है। बताया जा रहा है कि भारत समेत ये चारों देश रेल और बंदरगाह नेटवर्क पर काम करने जा रहे हैं जिससे भारत और खाड़ी देशों के बीच संपर्क शानदार हो जाएगा।
अरब के प्रिंस के साथ बैठक में हुई डील
इस रेल और बंदरगाह नेटवर्क को बनाने की योजना I2U2 के मंच पर बनी थी जिसमें इजरायल, भारत, अमेरिका और यूएई सदस्य देश हैं। हालांकि अभी इस डील में इजरायल शमिल नहीं है। अजीत डोभाल ने अमेरिका और यूएई के समकक्षों के साथ अरब के प्रिंस के साथ बैठक की है।
क्षेत्रीय मुद्दों और पश्चिमी एशिया के डेवलपमेंट पर भी हुई चर्चा
जेक सुलिवन ने सऊदी के क्राउन प्रिंस और भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अपने समकक्षों से सऊदी अरब में मुलाकात की है। इस दौरान अमेरिकी एनएसए ने द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों तथा भारत और दुनिया के साथ जुड़े हुए समृद्ध एवं अधिक सुरक्षित पश्चिम एशिया के साझा दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के मुद्दे पर बातचीत की। इसी बीच जनवरी में यहां महत्वाकांक्षी ‘इंडिया-यूएस आईसीईटी (इनीशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी)’ संवाद शुरू करने के बाद डोभाल और सुलिवन के बीच यह पहली बैठक है। सुलिवन फिलहाल सऊदी अरब की यात्रा पर हैं।