Highlights
- जम्मू-कश्मीर में शौर्य दिवस के कार्यक्रम में देश के रक्षामंत्री का बड़ा बयान
- भारत ने गिलगित-बलूचिस्तान समेत पाकिस्तान के कुछ हिस्से को देश में मिलाने के संकल्प को दोहराया
- राजनाथ सिंह के बयान से पाकिस्तान और चीन में मची खलबली
Rajnath Singh's statement: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान ने पाकिस्तान से लेकर चीन तक हड़कंप मचा दिया है। दरअसल रक्षामंत्री ने गिलगित, बलूचिस्तान और पाकिस्तान पर अब तक का सबसे बड़ा बयान दे दिया है। इससे सरहद पार दुश्मन देशों की धरती पर भूचाल आ गया है। सिर्फ पाकिस्तान और चीन ही नहीं, बल्कि अमेरिका भी भारत के इस कड़े रुख से सकते में पड़ गया है।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाए जाने के बाद से भारत की ओर से गिलगित, बलूचिस्तान और पाकिस्तान को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अब तक का सबसे बड़ा ऐलान किया है। इससे पूरी दुनिया में खलबली मच गई है। पाकिस्तान में रक्षामंत्री के इस बयान ने हड़कंप मचा दिया है। वहीं उसके जिगरी दोस्त चीन को भी तीखी मिर्ची लगी है। भारत ने यह बयान ऐसे वक्त दिया है, जब आज ही चीन की ओर से कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में बयान देते हुए बातचीत से इस मुद्दे को सुलझाने की सलाह दी गई है। जबकि भारत ने पूर्व में ही कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे देश के हस्तक्षेप को मानने से इंकार कर दिया था। इसके बावजूद चीन ने यह हरकत दी तो भारत ने इस रूप में पलटवार किया कि पाकिस्तान और चीन ने सपने में भी नहीं सोचा रहा होगा। रक्षामंत्री के तेवर से पाकिस्तान और चीन की बोलती बंद हो गई है।
राजनाथ सिंह ने ये कहा
शौर्य दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश ने पीएम मोदी के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में बड़ी प्रगति की है। कश्मीर से लद्दाख तक प्रगति नई रफ्तार से आगे बढ़ रही है। यह प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयां छू रहा है। हालांकि मैं यहां कहना चाहूंगा कि अभी तो हमने इस इलाके के डेवलपमेंट का आधार प्रकट किया है। अभी तो हमने उत्तर दिशा की ओर चलना प्रारंभ कर दिया है। हमारी यात्रा तो तब पूरी होगी जब हम 22 फरवरी 1949 को भारतीय संसद में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को अमल में लाएंगे और उसके अनुरूप हम अपने बाकी बचे हिस्से जैसे गिलगित, बलूचिस्तान (बाल्टिस्तान) और पाकिस्तान तक पहुंचें। भारत की विकास यात्रा तभी पूरी होगी।
पीओके भी भारत का हिस्सा
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भी भारत का हिस्सा है। भारत पीओके को भी अपने देश में शामिल करने के संकल्प को बार-बार दोहराता रहा है। अब गिलगित और बलूचिस्तान तक को भारत में भविष्य में विलय कराने के संकल्प से निश्चित ही पाकिस्तान और चीन को कई दिनों तक नींद नहीं आएगी। पाकिस्तान और चीन इसलिए भी घबरा रहे हैं कि पीएम मोदी और अमित शाह की तरह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी कड़े और सख्ते तेवर के हैं। पाकिस्तान और चीन को पता है कि भारत में इस वक्त बेहद मजबूत नेतृत्व है। ऐसे में उसकी बात को हल्के में लेने की गलती पाक और चीन नहीं कर सकते। इसलिए भी दोनों देशों में रक्षामंत्री के इस बयान ने दहशत फैला दी है।