Saudi Arab News: रूस और यूक्रेन के बीच जंग को डेढ़ साल होने को आया है। फिर भी जंग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। लेकिन जिस जंग से न सिर्फ यूक्रेन और रूस बल्कि दुनिया को भी परोक्ष रूप से नुकसान हो तो दुनिया के देशों का इस मुद्दे पर मुखर होना जरूरी है। इसी बीच इस जंग को लेकर सऊदी अरब अगस्त की शुरुआत में एक शांति वार्ता की मेजबानी कर सकता है। इसमें भारत भी शामिल को सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
इस बैठक को लेकर अभी सऊदी अरब और यूक्रेन की ओर से आधिकारिक तौर पर जानकारी जरूर नहीं आई है, लेकिन एक अधिकारी ने दावा किया है कि यह शिखर सम्मेलन लाल सागर के पोर्ट शहर जेद्दा में आयोजित होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस शिखर वार्ता में यूक्रेन के साथ ही ब्राजील, भारत, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देश हिस्सा लेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के एक उच्च स्तरीय अधिकारी के भी बैठक में शामिल होने की संभावना है।
यूक्रेन कर रहा है इस बैठक को लेकर तैयारियां, रूस रहेगा नदारद
अधिकारी के मुताबिक, इस आयोजन की तैयारियां यूक्रेन संभाल रहा है। उन्होंने कहा कि रूस के वार्ता में भाग लेने की संभावना नहीं है। सबसे पहले इस शांति वार्ता की जानकारी ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने दी थी। उसने ‘वार्ता से जुड़े राजनयिकों’ के हवाले से बताया था कि शांति वार्ता पांच-छह अगस्त को होगी और लगभग 30 देश इसमें हिस्सा लेंगे। हालांकि अभी सऊदी अरब के अधिकारियों और रियाद में यूक्रेनी दूतावास ने इस पर टिप्पणी नहीं की है। इस शिखर वार्ता की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने गुरुवार को सऊदी अरब की यात्रा की थी।
यूक्रेन कर रहा है पलटवार, सकते में रूस
रूस और यूक्रेन के युद्ध के बाद से ही दुनिया दो धड़ों में बंटी हुई है। एक धड़ा ऐसा है जो सीधे तौर पर यूक्रेन की मदद कर रहा है। यूरोपीय देशों और अमेरिका का सैन्य संगठन 'नाटो' पूरी तरह से यूक्रेन को सैन्य मदद कर रहा है। साथ ही आर्थिक सहायता भी यूक्रेन को दी जा रही है। सैन्य और आर्थिक सहयोग के दम पर ही यूक्रेन अब रूस पर लगातार पलटवार करने लगा है। हाल ही में यूक्रेन ने रूस पर तीन ड्रोन अटैक कर रूस को सकते में डाल दिया था।