प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में भले ही सिर्फ हिंदुस्तान बसता है, लेकिन उनके संस्कारों में पूरा संसार समाहित है। दरअसल पीएम मोदी भारत की पारंपरिक और सांस्कृतिक सोच "समस्त तु वसुधैव कुटुम्बकम" की है। उनकी इसी भावना ने पूरी दुनिया का दिल जीत लिया है। इसलिए पीएम मोदी दुनिया में कहीं भी जब जाते हैं, कुछ भी बोलते हैं या किसी वैश्विक मुद्दे और समस्याओं को इंगित करते हैं और उसका समाधान सुझाते हैं तो उस पर पूरी दुनिया की नजर होती है। आज पूरी दुनिया को भारत के पीएम मोदी से बहुत उम्मीदें हैं। वजह साफ है कि भारत अफगानिस्तान और तुर्की जैसे देशों के लिए भी संकट के समय में परिवार मानकर उनका साथ दिया। इसीलिए आज चाहे बात यूक्रेन जैसे युद्ध की हो या फिर कोरोना जैसी महामारी की अथवा ग्लोबल वार्मिंग व खाद्य ऊर्जा संकटों से जूझते देशों की...इन सबके समाधान के लिए दुनिया की नजर पीएम मोदी पर ही आकर टिकती है। अब पीएम मोदी जून में अमेरिका यात्रा करने जा रहे हैं। उनकी इस यात्रा से पर पूरी दुनिया की नजर है।
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने भी पीएम मोदी की अगले महीने होने वाली इस यात्रा को ‘‘ऐतिहासिक’’ बताया है। उन्होंने कहा कि इससे यह पता चलेगा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी जन-केंद्रित और बड़े पैमाने पर दुनिया के लिए अच्छी है। संधू ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की आगामी आधिकारिक राजकीय यात्रा ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बाइडन ने एक साथ मिलकर हमारे द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा तथा गति प्रदान की है।’’ भारतीय राजदूत ने कहा, ‘‘यह यात्रा दोनों नेताओं के लिए एक साथ वक्त बिताने, प्रगति की समीक्षा करने तथा भविष्य की असंख्य संभावनाओं पर मार्गदर्शन करने का अवसर होगी।
पूरी दुनिया के लिए पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा ऐतिहासिक
संधू ने कहा कि सिर्फ भारत और अमेरिका के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए ही पीएम मोदी की यह यात्रा ऐतिहासिक होगी। पीएम मोदी की इस यात्र से यूक्रेन जैसे देश युद्ध के समाधान की संभावना भी देखते हैं। ये यात्रा दिखाएगी कि भारत-अमेरिका साझेदारी जन-केंद्रित है और न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि बड़े पैमाने पर दुनिया के लिए भी अच्छी है।’’ भारतीय विदेश मंत्रालय ने बुधवार को नयी दिल्ली में एक बयान में बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर जायेंगे। हालांकि, प्रधानमंत्री की यात्रा की अवधि का ब्योरा नहीं दिया गया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पियरे ने बताया था कि मोदी अपनी यात्रा के दौरान 22 जून को राजकीय रात्रिभोज में भी शामिल होंगे।
ज्यां-पियरे ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा स्वतंत्र, मुक्त, समृद्ध तथा सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता तथा रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा तथा अंतरिक्ष आदि में सामरिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने के संकल्प को और प्रगाढ़ करेगी।’’ ‘यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम’ के अध्यक्ष मुकेश आघी ने कहा कि जून में मोदी की यात्रा द्विपक्षीय साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने का एक बेहतरीन अवसर होगी।
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