Monday, December 23, 2024
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इजरायल के इस काम पर दुनिया की नजर, यूरोप और एशिया के बीच बनाएगा लिंक, 254 किमी का होगा निर्माण

इजरायल के स्वामित्व वाला ऊर्जा समूह यूरोप एशिया पाइपलाइन कंपनी (EAPC) एक तेल पाइपलाइन के मार्ग के साथ केबल का निर्माण करेगा जो उत्तरी लाल सागर पर अशकलोन और इलियट के भूमध्य बंदरगाह के बीच संचालित होता है।

Written By: Deepak Vyas @deepakvyas9826
Published : Jun 19, 2023 12:20 IST, Updated : Jun 19, 2023 12:20 IST
इजरायल  यूरोप और एशिया के बीच बनाएगा लिंक, 254 किमी का होगा निर्माण
Image Source : FILE इजरायल यूरोप और एशिया के बीच बनाएगा लिंक, 254 किमी का होगा निर्माण

Israel: अमेरिका का दोस्त और यहूदी देश इजरायल लगातार विकास की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में इजरायल मेडिटेरियन सी और रेड सी के बीच जिसकी दूरी 254 किलोमीटर है, उसमें फाइबर-ऑप्टिक केबल का निर्माण करेगा। इससे खाड़ी और एशिया में यूरोप और देशों के बीच एक सतत लिंक बन जाएगा। इस बात की घोषणा इजरायल ने की है। इजरायल के वित्त मंत्रालय ने रविवार को इस आशय की जानकारी दी। इजरायल का मानना है कि इस परियोजना से अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निवेश, सर्वर फर्मों की स्थापना, आर्थिक विकास, नौकरियों का निर्माण और बहुत कुछ होगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इजरायल के स्वामित्व वाला ऊर्जा समूह यूरोप एशिया पाइपलाइन कंपनी (EAPC) एक तेल पाइपलाइन के मार्ग के साथ केबल का निर्माण करेगा जो उत्तरी लाल सागर पर अशकलोन और इलियट के भूमध्य बंदरगाह के बीच संचालित होता है। परियोजना से जुड़े अधिकारी इत्जिक लेवी ने कहा कि ‘इजरायल को खाड़ी देशों और एशिया को यूरोप से जोड़ने वाले एक संचार पुल के रूप में स्थापित करेगा।’

स्वेज नहर का बनेगी विकल्प!

केबल उप समुद्री केबलों से जुड़ेंगी जो इजरायल के तटों तक पहुंचती हैं। 25 साल की लीज के तहत किसी दूरसंचार कंपनी के लिए यह उपलब्ध होगा। EAPC या यूरोप एशिया पाइपलाइन कंपनी स्वेज नहर के विकल्प के रूप में अपनी पाइपलाइन पेश करती हैं यह इजरायल के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना है। जहां एक ओर यह इजरायल की महत्वाकांक्षी योजना है, वहीं इस परियोजनाओं के ​लेकर सवाल भी उठे हैं। पर्यावरण समूहों ने लंबे समय से इसे एक खतरा बताया है।

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