नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध में अमेरिका द्वारा राष्ट्रपति जेलेंस्की को घातक हथियार उपलब्ध कराना और यूरोपीय देशों को रूस के खिलाफ एकजुट करना जो बाइडन को भारी पड़ सकता है। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने यूक्रेन को घातक हथियार उपलब्ध कराने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कदमों की निंदा करते हुए कड़ी चेतावनी दी है। सर्गेई ने दोनों देशों में गंभीर टकराव होने और उसके घातक परिणामों की चेतावनी दी है। अमेरिका के खिलाफ रूस के इस आक्रामक रवैये के बाद दोनों देशों में जंग के हालात और भी अधिक गंभीर हो गए हैं।
रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने अपने देश में अमेरिकी राजदूत लिन ट्रेसी से मुलाकात करने के बाद जो बाइडन को यह कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमेरिका को अपने कारनामों के लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अमेरिकी राजदूत से सर्गेई की मुलाकात के बाद रूस के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी करके बताया कि रूस-अमेरिका संबंधों में लगातार खटास आ रही है। इसलिए सर्गेई ने ट्रेसी को वाशिंगटन की टकराव नीति की प्रतिकूलता की ओर ध्यान आकर्षित कराया है। अगर इसके बावजूद अमेरिका नहीं सुधरता तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
रूस ने अमेरिका को आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप से किया अगाह
रूस ने अमेरिका को आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने को लेकर अगाह किया है। रूस ने उम्मीद जताई है कि अमेरिकी राजदूत रूसी कानूनों का कड़ाई से पालन करेंगी। वह सभी मानदंडों और रीति-रिवाजों के अनुसार काम करेंगी और मेजबान देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के सिद्धांत पर चलेगा। बता दें कि ट्रेसी ने 9 जनवरी को रूस के नए राजदूत पद की जिम्मेदारी संभाली है। वह इस पद पर काबिज होने वाली पहली अमेरिकी महिला हैं। अमेरिकी दूतावास के अनुसार राजदूत ट्रेसी ने अभूतपूर्व तनाव के समय में दोनों देशों के बीच बेहतर संवाद बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित करते हुए मास्को में अपना काम शुरू किया है।
अमेरिका पर क्यों भड़का रूस
अमेरिका ने हाल ही में यूक्रेन को 2.5 अरब डॉलर का सैन्य सहायता पैकेज दिया है। साथ ही यूक्रेन को अपने घातक अब्राम-1 टैंक की आपूर्ति करने का आदेश भी दिया है। इससे रूसी राष्ट्रपति पुतिन बौखला गए हैं। अमेरिका ने रूस के खिलाफ अन्य यूरोपीय देशों को भी एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई है। जो बाइडन ने सभी पश्चिमी देशों को रूस के खिलाफ जंग लड़ रहे यूक्रेन की मदद को भी प्रेरित किया है। इसलिए रूस और अमेरिका के बीच भारी तनाव पैदा हो गया है। अगर इसे रोका नहीं गया तो जंग के हालात पैदा हो सकते हैं।
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