काबुल: पाकिस्तान और तालिबान के बीच पिछले कुछ महीनों से जारी तल्खी के कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने गुरुवार को तालिबान को धमकाते हुए कहा था कि अगर उसने आतंकियों को हमारे मुल्क में हमला करने से नहीं रोका तो हम अफगानिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया करेंगे। राणा सनाउल्लाह का इशारा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की तरफ था जिसने पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की फौज की नाक में दम कर रखा है। पाकिस्तानी गृह मंत्री के बयान पर सोमवार को तालिबान के एक नेता ने करारा पलटवार किया।
‘हम पर हमला करने की सोचना भी मत’
पाकिस्तान के गृह मंत्री के बयान का जवाब देते हुए तालिबान के नेता अहमद यासिर ने 1971 में भारत के सामने पाकिस्तान की फौज के आत्मसर्पण की तस्वीर ट्वीट की। यासिर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बहुत अच्छी बात है पाकिस्तान के गृह मंत्री जी! यह अफगानिस्तान है, जहां बड़ी-बड़ी ताकतों की कब्रगाह बनी है। हम पर हमला करने की सोचिएगा भी मत, नहीं तो वैसे ही सरेंडर करेंगे जैसे भारत के सामने किया था।’ उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि पाकिस्तान खुद को तुर्की न समझे कि वह उसी तरह हमें निशाना बना लेगा जैसे सीरिया में कुर्दों को बनाया जाता है।
सनाउल्लाह ने तालिबान को बताया था जिम्मेदार
बता दें कि गुरुवार को पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के हमलों के लिए अफगानिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था। पाकिस्तान के मंत्री ने अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान को निशाने पर लेते हुए कहा था, ‘TTP के आतंकी पाकिस्तान में हमलों के बाद अफगानिस्तान में पनाह लेते हैं। अगर ये हमले बंद नहीं हुए तो हम अफगानिस्तान में घुसकर इन आतंकियों को मारेंगे। हमें पता है कि अफगानिस्तान के किन हिस्सों में और कहां TTP के आतंकी पनाह लेते हैं और उन्हें हथियार कहां से मिलते हैं।’