Highlights
- तालिबान ने काबुल की सड़कों पर मनाया जश्न
- अमेरिकी सेना की वापसी का एक साल पूरा
- बगराम एयरबेस पर निकाली गई बड़ी परेड
Taliban Military Parade: तालिबान ने अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर जोर शोर से अपनी सैन्य परेड निकाली है। इस दौरान तालिबानी लड़ाकों ने मिसाइल, अमेरिकी बख्तरबंद वाहन और अफगान सेना से छीने गए हेलीकॉप्टरों का प्रदर्शन किया। ये सैन्य परेड अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी के एक साल पूरे होने पर निकाली गई है। इस मौके पर पूरी अफगानिस्तान की इस्लामिक रिपब्लिक अमीरात सरकार जश्न मनाने के लिए बगराम एयरबेस पहुंची। यहां इस मौके पर तालिबान सरकार का प्रधानमंत्री मुल्लाह मोहम्मद हसन अखुंद, गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी और रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्म याकूब मौजूद था।
इनके साथ ही तालिबान सरकार के अन्य मंत्री और सभी प्रवक्ता भी थे। इस परेड को और बड़ा बनाने के लिए तालिबान ने इसका लाइव प्रसारण का भी आयोजन किया। जिसमें स्थानीय भाषा में हथियारों से संबंधित जानकारी दी जा रही थी।
तालिबान ने किन हथियारों का प्रदर्शन किया?
तालिबान के सैकड़ों लड़ाके अमेरिका में बनी एम-4 राइफल के साथ परेड में दिखाई दिए। इसके साथ ही तालिबान ने इंटरनेशल M1124 मैक्स प्रो एंटी माइन एंबुश प्रोटेक्ट वेहिकल की पूरी फ्लीट का प्रदर्शन किया। दरअसल अमेरिकी सेना जल्दबाजी में बीते साल अगस्त महीने में अफगानिस्तान से निकली थी। वह अपने पीछे बगराम एयरबेस पर बड़ी संख्या में वाहन और अन्य हथियार छोड़ गई थी। तालिबान ने इस परेड में ग्रैड और स्कड मिसाइलों का भी प्रदर्शन किया है। ये मिसाइलें अफगान सेना की बताई जा रही हैं, जिन्हें बाद में पंजशीर में विद्रोहियों से जब्त कर लिया गया था। तालिबान ने इस परेड में शामिल वाहनों के ऊपर ब्लैक हॉक और Mi-17 हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं।
तालिबान इतना खुश क्यों है?
तालिबान ने अगस्त, 2021 में अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया था। तब अमेरिकी सेना अफरा तफरी में यहां से गई थी। अब इसी दिन को एक साल पूरा हो गया है। जिसे खास बनाने के लिए तालिबान ने बड़े स्तर पर बगराम एयरबेस पर परेड निकालने का फैसला लिया। अमेरिका सेना 9/11 हमले के बाद से बीते 20 साल से अफगानिस्तान की धरती पर तालिबान के खिलाफ लड़ रही थी। अमेरिका की कोशिशों के चलते ही अफगानिस्तान में गैर तालिबानी सरकार बनी थी। जिसके पहले राष्ट्रपति हामिद करजई थे। इसे पश्चिम समर्थित सरकार भी कहा जाता है। बाद में उनकी जगह ये पद अशरफ गनी को मिला। लेकिन तालिबान के देश पर कब्जे के बाद वह देश छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भाग गए।
बगराम एयरबेस की कहानी क्या है?
अफगानिस्तान का बगराम एयरबेस काबुल के पास स्थित है। यह रणीनीतिक रूप से इतना महत्वपूर्ण है कि अमेरिका ने इसे अपना प्रमुख सैन्य बेस बना लिया था। अमेरिकी सेना यहीं से अफगानिस्तान में अपने हवाई मिशनों का संचालन करती थी। यह एयरबेस मध्य एशिया के महत्वपूर्ण हवाई मार्ग वाले रास्ते पर स्थित है। इस बेस पर लगे रडार के जरिए ईरान के अंदर के हवाई क्षेत्र पर नजर रखी जा सकती है। इतना ही नहीं बगराम के जरिए अमेरिका तजाकिस्तान में स्थित रूसी सैन्य अड्डे पर भी नजर रखता था।
तालिबान के लड़ाकों ने पूरे अफगानिस्तान में मनाया जश्न
तालिबान के लड़ाकों ने विभिन्न शहरों में जुलूस निकालकर जश्न मनाया है। इस दौरान कई लड़ाके अमेरिका में बने हम्वी वाहनों के साथ घूमते देखे गए। केवल इतना ही नहीं बल्कि कई हमी वाहनों पर बैठकर अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे। तालिबान ने काबुल शहर के कई जरूरी स्थानों पर झंडा फहराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन भी किया है। जबकि कई लड़ाके अमेरिकी विशेष बलों की वर्दी में दिखाई दिए हैं।