Highlights
- चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है
- ताइवान पर कभी भी हमला कर सकता है चीन
- चीन लगातार ताइवान की सीमा में घुस रहा है
Taipei Exercise: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बाद से इस बात की आशंका और तेज हो गई है कि चीन ताइवान पर कभी भी हमला कर सकता है। चीनी सेना ने भी बीते साल से ताइवान के खिलाफ अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। जिसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते और बिगड़ रहे हैं। वक्त-वक्त पर अमेरिकी अधिकारियों के ताइवान दौरे पर भी चीन अपनी नाराजगी जाहिर करता रहा है। ऐसी भी रिपोर्ट्स आईं, जिनमें चीन ने कहा कि वह सैन्य बल के जरिए भी ताइवान को मुख्य चीनी भूमि में मिला लेगा। यही वजह है कि ताइवान ने अपनी रक्षा करने के लिए अभी से तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके लिए बकायदा लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
ऐसी खबर सामने आई है कि ताइवान की राजधानी ताइपे सहित कई अन्य इलाकों में लोगों को घरों के भीतर रहने और सड़कों को खाली करने का आदेश दिया गया है। ये आदेश सोमवार को सैन्य प्रशिक्षण के तहत किए जा रहे हवाई हमले की तैयारी के चलते दिया गया है। प्रशिक्षण के तहत सड़कों को हवाई हमले करने की तैयारी के तहत तुरंत खाली कराया गया। इस दौरान दोपहर के करीब 1:30 बजे शहरों में सायरन बजने लगे। जिससे उत्तरी ताइवान के कई शहर 30 मिनट तक के लिए थम गए। इससे पता चलता है कि ताइवान ने चीनी हमले का सामना करने के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
टेक्स्ट के रूप में लोगों के मोबाइल फोनों पर एक 'मिसाइल अलर्ट' भेजा गया। जिसमें उनसे तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा गया। ये जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दी है। इस सैन्य प्रशिक्षण को वान आन नाम दिया गया है। जिसका मतलब है शांति। प्रशिक्षण की देखरेख करने के बाद ताइपे के मेयर ने कहा कि युद्ध की स्थिति के लिए तैयारी करना जरूरी है। चीन का दावा है कि लोकतांत्रिक देश ताइवान उसी की मुख्य भूमि में आता है। उसने कभी भी ताइवान पर सैन्य बल से कब्जा करने की बात से इनकार नहीं किया है।
यूक्रेन पर हमले के बाद से अधिक सावधान
ताइवान ने चीन के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें उसने संप्रभुता का दावा किया है और अपनी रक्षा करने की कसम खाई है। वहीं जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, तो एक बार फिर ताइवान के मामले में बहस छिड़ गई। ऐसे में युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी गई है। ये प्रशिक्षण ऐसे वक्त पर हो रहा है कि जब चीनी सेना ने भी इस द्वीपीय देश के आसपास अपने प्रशिक्षण को बढ़ा दिया है। मेयर को का कहना है कि चीनी सेना के विमान बीते कुछ साल से लगातार ताइवान को परेशान कर रहे हैं और रूस-यूक्रेन के बीच फरवरी में जंग भी शुरू हो गई है। ये घटनाएं बताती हैं कि हमें चौंकन्ना रहने की जरूरत है।
वहीं ताइपे की पुलिस ने वाहनों को सड़क किनारे खड़ा करने और सड़क पर पैदल चलने वालों को तुरंत छिपने की जगह ढूंढने का प्रशिक्षण दिया है। इसके अलावा दुकानों और रेस्त्रां चालकों से शटर गिराकर लाइट बंद करने को कहा गया, ताकि रात के वक्त उनपर कोई हमला न कर सके। मिसाइल हमलों के चलते अगर आग लग जाए, तो उसे किस तरह बुझाया जाए, इसके लिए दमकलकर्मी अभ्यास कर रहे हैं।
सभी आदेश जारी होने के 30 मिनट के बाद सायरल बजना शुरू हो गए थे। चीन के ताइवान को लेकर बढ़ते इरादे अमेरिका के लिए भी चिंता की बात बने हुए हैं। यहां तक कि अमेरिकी कानून के तहत अमेरिका और ताइवान के आधिकारिक रिश्ते नहीं है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि वह युद्ध की स्थिति में ताइवान को अपनी रक्षा करने के लिए हथियार सहित अन्य जरूरी सामान जरूर मुहैया करा सकता है।