
भारत का पड़ोसी देश भूकंप के झटके से हिल गया। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र ने मंगलवार सुबह 6:33 बजे नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया। इसका केंद्र काठमांडू से लगभग 450 किलोमीटर पश्चिम में स्थित अछाम जिले के बटुलासैन क्षेत्र में था। भूकंप के दौरान कोई बड़ी क्षति या हताहत की जानकारी नहीं है।
इससे पहले नेपाल में 8 मार्च को एक ही दिन तीन जगह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, इसमें किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं थी। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र (एनईएमआरसी) के अनुसार, स्थानीय समयानुसार अपराह्न 2.35 बजे 5.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिसका केंद्र पूर्वी नेपाल के तापलेजंग जिले से लगभग 140 किलोमीटर उत्तर में तिब्बत की डिंगे काउंटी में था।
बागलुंग में आया था भूकंप
भूकंप के झटके काठमांडू और पूर्वी नेपाल के कुछ अन्य जिलों में भी महसूस किए गए। पश्चिमी नेपाल के बागलुंग और म्याग्दी जिलों में क्रमशः दो भूकंप के झटके महसूस किए गए। काठमांडू से करीब 300 किलोमीटर दूर बागलुंग जिले में सुबह 6:20 मिनट पर भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 थी और इसका केंद्र जिले का खुखानी इलाका था।
म्याग्दी में भूकंप के झटके
इससे पहले तड़के 3.14 बजे बागलुंग से करीब 40 किलोमीटर दूर म्याग्दी जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। केंद्र ने कहा कि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई, जिसका केंद्र म्याग्दी जिले का मुरी इलाका था। एनईएमआरसी के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में नेपाल में 10 भूकंप आ चुके हैं, जिनकी तीव्रता 4.0 से अधिक थी, जबकि 2024 में 22 भूकंप दर्ज किए गए।
हिमालयी राष्ट्र में अब तक का सबसे भयावह भूकंप 2015 में आया था। उस समय 7.8 तीव्रता के भूकंप में 9,000 से अधिक लोग मारे गए थे और 8,00,000 से अधिक घर, स्कूल भवन और अन्य संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
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