Highlights
- राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे आवास छोड़कर भागे
- प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के आवास में तोड़फोड़ की
- आर्थिक संकटों से जूझ रहे श्रीलंका की हालत खराब
Sri Lanka: श्रीलंका में जारी तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) आवास छोड़कर भाग गए हैं और प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास को घेर लिया है। न्यूज एजेंसी AFP ने डिफेंस से जुड़े सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। खबर ये भी है कि प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के आवास में तोड़फोड़ की है। बता दें कि आर्थिक संकटों से जूझ रहे श्रीलंका की हालत लगातार खराब होती जा रही है। यही वजह है कि प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
आर्थिक संकट की वजह से लोगों के पास खाना नहीं
श्रीलंका (Sri Lanka) आर्थिक संकट से जूझ रहा है, जिसकी वजह से कई परिवारों को भोजन भी नहीं मिल पा रहा है। वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। बुधवार को जारी विश्व खाद्य कार्यक्रम के ताजा आंकलन के मुताबिक, करीब 62 लाख लोगों को भोजन कैसे मिलेगा, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। श्रीलंका में 10 में से तीन परिवारों को इस बात का भी पता नहीं है कि उन्हें अगला भोजन कब और कहां मिलेगा।
क्यों है भोजन की समस्या
श्रीलंका (Sri Lanka) में खाने की चीजें बेहद महंगी हो गई हैं। ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं। देश में लगभग 61 फीसदी परिवार केवल इसी बात का कैलकुलेशन कर रहे हैं कि उनके पास कितने दिन का भोजन बचा है। आर्थिक तंगी की वजह से लोग पौष्टिक भोजन भी नहीं ले पा रहे हैं। पोषण की कमी से गर्भवती महिलाओं के लिए जीना मुश्किल हो गया है।
पुलिस ने शनिवार को ही हटाया कर्फ्यू
राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन होने वाला था। ऐसे में श्रीलंका की पुलिस ने पश्चिमी प्रांत में कई पुलिस डिवीजनों में कर्फ्यू (Curfew) लगा दिया था। हालांकि श्रीलंका में बढ़ते दबाव के बाद पुलिस ने शनिवार को ही कर्फ्यू हटाया था। ये कर्फ्यू सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने के लिए कोलंबो सहित देश के पश्चिमी प्रांत में सात संभागों में लगाया गया था। पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि जिन क्षेत्रों में पुलिस का कर्फ्यू लगा है, वहां के लोग अपने घरों में रहें। कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।