कोलंबो: श्रीलंका के निर्वाचन आयोग की ओर से घोषित आधिकारिक परिणामों के अनुसार, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की पार्टी ‘नेशनल पीपुल्स पावर’ (NPP) ने बृहस्पतिवार को संसद में बहुमत हासिल कर लिया। श्रीलंका के निर्वाचन आयोग की वेबसाइट द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मलीमावा (कम्पास) चिह्न के तहत चुनाव लड़ने वाली एनपीपी ने 225 सदस्यीय संसद में 113 सीटें हासिल की हैं। एनपीपी को 68 लाख या 61 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालावेगया (एसजेबी) और पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे द्वारा समर्थित नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट (एनडीएफ) को क्रमशः 11 और पांच प्रतिशत वोट मिल पाए हैं। एनपीपी ने दक्षिणी प्रांत की राजधानी गैले में 70 प्रतिशत से अधिक मतों के साथ निर्णायक जीत हासिल की है।
65 फीसदी हुआ था मतदान
श्रीलंका में 2.1 करोड़ की आबादी है और यहां 1.7 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। पांच साल के कार्यकाल के लिए संसदीय चुनाव होते हैं। बृहस्पतिवार को श्रीलंका में करीब 65 फीसदी मतदान हुआ था और अब नतीजे भी सामने आ गए हैं। श्रीलंका की संसद में 225 सीटें हैं और बहुमत के लिए 113 सीटों पर जीत जरूरी है। यहां दो महीने पहले सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे।
आर्थिक संकट के बाद पहला संसदीय चुनाव
बता दें कि, 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में पहली बार संसदीय चुनाव हुए हैं। जबरदस्त आर्थिक मंदी के चलते तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को पद से हटा दिया गया था। इस बार चुनाव में 8 हजार से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में थे। संसदीय चुनाव राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की सत्ताधारी पार्टी NPP के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा था।
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