कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की पार्टी ‘नेशनल पीपुल्स पावर’ (एनपीपी) ने शुक्रवार को संसदीय चुनाव में जीत दर्ज करते हुए संसद में दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया। श्रीलंका के निर्वाचन आयोग की ओर से घोषित चुनाव परिणामों से यह जानकारी मिली है। श्रीलंका के निर्वाचन आयोग की वेबसाइट द्वारा जारी चुनाव परिणामों के अनुसार, मलीमावा (कम्पास) चिह्न के तहत चुनाव लड़ने वाली एनपीपी ने 225 सीट में से 159 पर जीत दर्ज की है। श्रीलंका में साजिथ प्रेमदासा की पार्टी समागी जना बालवेगया 40 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। एनपीपी ने दक्षिणी प्रांत की राजधानी गैले में 70 प्रतिशत से अधिक मतों के साथ निर्णायक जीत हासिल की है।
65 फीसदी हुआ था मतदान
एनपीपी ने उत्तरी जाफना जिले में जीत हासिल कर भी इतिहास रच दिया। श्रीलंका में 2.1 करोड़ की आबादी है और यहां 1.7 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। पांच साल के कार्यकाल के लिए संसदीय चुनाव होते हैं। बृहस्पतिवार को श्रीलंका में करीब 65 फीसदी मतदान हुआ था और अब नतीजे भी सामने आ गए हैं। श्रीलंका की संसद में 225 सीटें हैं और बहुमत के लिए 113 सीटों पर जीत जरूरी है। यहां दो महीने पहले सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे।
आर्थिक संकट के बाद पहला संसदीय चुनाव
बता दें कि, 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में पहली बार संसदीय चुनाव हुए हैं। यह चुनाव तय समय से एक साल पहले हुआ, क्योंकि दिसानायके ने सितंबर में राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद संसद को बर्खास्त कर दिया था। नई संसद का सत्र अगले सप्ताह शुरू होने वाला है। इस बार चुनाव में 8 हजार से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में थे। संसदीय चुनाव राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की सत्ताधारी पार्टी NPP के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा था।
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