Wednesday, November 06, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. श्रीलंका का बड़ा फैसला, बूचड़खानों को बंद करने का आदेश, आखिर क्या है वजह?

श्रीलंका का बड़ा फैसला, बूचड़खानों को बंद करने का आदेश, आखिर क्या है वजह?

Sri Lanka Slaughterhouses: पशु चिकित्सा विशेषज्ञों को संदेह था कि पशुओं की मौत ठंड के कारण हुई है और पशु उत्पादन और स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक हेमाली कोठालावाला ने कहा कि जानवरों के नमूनों का प्रयोगशाला में परीक्षण किया जा रहा है।

Edited By: Shilpa @Shilpaa30thakur
Updated on: December 13, 2022 14:50 IST
श्रीलंका में बूचड़खाने बंद करने का आदेश दिया गया- India TV Hindi
Image Source : AP श्रीलंका में बूचड़खाने बंद करने का आदेश दिया गया

श्रीलंका ने एक बड़ा फैसला लेते हुए बूचड़खानों को बंद करने का आदेश दिया है। इसके पीछे का कारण एक तूफान को बताया जा रहा है। बंगाल की खाड़ी में मैंडस चक्रवाती तूफान से हुए अत्यधिक ठंड के कारण हजारों मवेशियों और बकरियों की मौत के चलते श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में सभी बूचड़खानों और मांस की दुकानों को सोमवार से एक सप्ताह के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है। पूर्वी प्रांत के राज्यपाल ने उत्तरी और पूर्वी दोनों प्रांतों में जानवरों की अचानक मौत के बाद चिकन की दुकानों को छोड़कर सभी बूचड़खानों को 12 से 18 दिसंबर तक बंद करने का आदेश दिया है।

उत्तरी और पूर्वी प्रांत में 900 से अधिक मवेशियों की मौत हो गई, जबकि दोनों प्रांतों में लगभग 600 बकरियां मर गई हैं। 1000 से अधिक जानवरों की हालत गंभीर है। पशु मालिकों ने जानवरों को गर्म रखने के लिए आग जलाना शुरू कर दिया है। शनिवार को सरकार ने जिलों और प्रांतों के बीच बीफ और मटन के परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया।

पशु चिकित्सा विशेषज्ञों को संदेह था कि पशुओं की मौत ठंड के कारण हुई है और पशु उत्पादन और स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक हेमाली कोठालावाला ने कहा कि जानवरों के नमूनों का प्रयोगशाला में परीक्षण किया जा रहा है। बड़ी संख्या में पशुओं की अप्रत्याशित मौत के कारण, पशु मालिकों को 500 मिलियन रुपये या 1.3 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement