Highlights
- प्रदर्शनों के बीच श्रीलंका से भागे थे राजपक्षे
- सब ठीक होते ही वापस लौट आए राजपक्षे
- सरकार की तरफ से मिली विशेष सुरक्षा
Gotabaya Rajapaksa: श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को थाईलैंड से घर लौटने पर सरकार द्वारा विशेष सुरक्षा और सरकारी बंगला दिया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है। गौरतलब है कि देश में अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट के खिलाफ महीनों चले जनआंदोलन के बीच गोटबाया श्रीलंका से थाईलैंड चले गए थे। राजपक्षे शुक्रवार को थाईलैंड से कोलंबो वापस लौटे और इस मौके पर भंडारनायके हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया गया। राजपक्षे कड़ी सुरक्षा के बीच बैंकाक से सिंगापुर होते हुए कोलंबो पहुंचे। हवाई अड्डे पर पार्टी के नेताओं और मंत्रियों ने फूल देकर उनका स्वागत किया।
हवाई अड्डे के ड्यूटी प्रबंधक ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति शुक्रवार रात साढ़े ग्यारह बजे सिंगापुर एयरलाइन की उड़ान से यहां पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति कोलंबो के पूर्वी उपनगरीय क्षेत्र नुगेगोडा में स्थित अपने निजी आवास मिरिहाना में रहना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से वे वहां नहीं जा सके। वह 2019 में राष्ट्रपति बनने से पहले और बाद में भी अपने निजी आवास में ही रहते थे। उन्होंने बताया कि सत्तारूढ़ दल श्रीलंका पोदुजना पेरमुना (एसएलपीपी) के सांसदों की अगवानी में राजपक्षे (73) भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हवाई अड्डे से कारों के काफिले में सशस्त्र सैनिकों के साथ निकले और कोलंबो के पॉश आवासीय क्षेत्र सिनामन गार्डन पहुंचे जहां उन्हें सरकारी बंगला रहने के लिए दिया गया।
विजेरमा मवाठा इलाके में रहेंगे राजपक्षे
‘डेली मिरर’ अखबार के अनुसार, राजपक्षे कोलंबो में विजेरमा मवाठा इलाके में रहेंगे, जहां सुरखा बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। न्यूज फर्स्ट पोर्टल ने श्रीलंका के राष्ट्रपति के सचिव समन एकनायके के हवाले से लिखा है कि राजपक्षे को सब सभी सुविधाएं दी जाएंगी जो देश के पूर्व राष्ट्रपतियों को दी जाती हैं। संविधान के तहत पूर्व राष्ट्रपतियों को एक मकान, निजी सुरक्षा और कर्मचारी दिए जाते हैं।
संसद ने अंतरिम बजट पारित किया
इस बीच एक खबर ये भी आई है कि श्रीलंका की संसद ने शुक्रवार को वर्ष 2022 के लिए अंतरिम बजट पारित कर दिया है। एक दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने सबसे बुरे आर्थिक संकट से उबरने में मदद पहुंचाने के लिए श्रीलंका को 2.9 अरब डॉलर का ऋण देने का ऐलान किया था। इस बजट के विरोध में महज पांच मत पड़े। जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के तीन और ऑल सिलोन तमिल कांग्रेस के दो सांसदों ने अंतरिम बजट के खिलाफ मतदान किया। देश की 225 सदस्यीय संसद में 115 सदस्यों ने अंतरिम बजट के पक्ष में वोट डाला जबकि मुख्य विपक्षी दली एसजेबी मतदान से अनुपस्थित रहा। यह बजट राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने पेश किया था जो वित्त मंत्री भी हैं। अंतरिम बजट में आयकर, मूल्य वर्धित कर, दूरसंचार लेवी से जुड़े कई सुधार प्रस्तावित किये गये हैं।