Highlights
- आठ और श्रीलंकाई नागरिक भारत पहुंचे
- सोमवार को 105 लोग आए थे
- भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका
Sri Lanka: भारी आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका से परेशान नागरिकों के भारत आने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। स्वदेश में लगातार मुश्किल होते हालात से निपटने में असमर्थ दो श्रीलंकाई परिवारों के आठ सदस्य मंगलवार को रामेश्वरम पहुंचे, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। इससे पहले, 105 श्रीलंकाई नागरिक समुद्र मार्ग से सोमवार को भारत आए थे। अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार को स्थानीय मछुआरों ने श्रीलंका से नाव से आए आठ लोगों को अरिचलमुनाई में फंसे देखा, जिसके बाद उन्होंने समुद्री पुलिस को इसकी सूचना दी। अधिकारियों ने बताया कि समुद्री पुलिस ने आठों श्रीलंकाई नागरिकों को बचाया और आगे की जांच के लिए धनुषखोड़ी ले आई, जिसके बाद उन्हें मंडपम शरणार्थी शिविर में भेज दिया जाएगा।
आठों लोग श्रीलंका के जाफना प्रांत के रहने वाले हैं
ये आठों लोग श्रीलंका के जाफना प्रांत के रहने वाले हैं। मंगलवार को रामेश्वरम पहुंचने वाले एक श्रीलंकाई नागरिक लवेंद्रन ने बताया कि उसका देश बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों सहित कई अन्य मुद्दों के चलते असहनीय दौर से गुजर रहा है, जिसके चलते वहां जीवन गुजारना लगातार कठिन होता जा रहा है। लवेंद्रन ने बताया कि दोनों परिवारों ने नाव के जरिये जाफना से रामेश्वरम तक की यात्रा करने के लिए काफी पैसा खर्च किया।
देश छोड़कर ऑस्ट्रेलिया जा रहे 51 लोग गिरफ्तार हुए थे
श्रीलंकाई नौसेना ने अवैध रूप से समंदर के रास्ते देश छोड़कर ऑस्ट्रेलिया जा रहे 51 लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया था । श्रीलंका में मौजूदा आर्थिक संकट के कारण बड़े पैमाने पर लोग देश छोड़कर जाने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि श्रीलंका 1948 में ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद मौजूदा समय में जबरदस्त आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इन दिनों श्रीलंका में मंहगाई अपने चरम पर है। पेट्रोल-डीजल और अन्य खाने-पीने की चीजों के मंहगे होने से लोग सड़कों पर हैं। श्रीलंकाई सरकार मंहगाई पर निंयत्रण करने में नाकाम साबित हुई है। जिसे लेकर वहां के लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। हालांकि भारत ने पड़ोसी देश होने के नाते श्रीलंका को मौजूदा संकट से निपटने के लिए साल 2022 में ही अब तक 3.5 अरब डॉलर की मदद दी है।