South Korea: दक्षिण कोरिया ने एक 'स्पाई सैटेलाइट छोड़ने जा रहा है। यह सैटैलाइट उसके पड़ोसी देश के लिए खतरे की घंटी बन गया है। दक्षिण कोरिया अपने प्रतिद्वंद्वी उत्तर कोरिया पर बेहतर तरीके से नजर रखने के लिए इस महीने के अंत में घरेलू स्तर पर निर्मित अपना पहला जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है।
दक्षिण कोरिया ने सोमवार को यह जानकारी दी। दक्षिण कोरिया ऐसे समय सैटेलाइट छोड़ने जा रहा है जब उत्तर कोरिया न्यूक्लियर वीपन्स के अपने शस्त्रागार को विस्तार देने पर जोर दे रहा है। दक्षिण कोरिया के इस स्पाई सैटेलाइट से उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की नींद उड़ गई है।
उत्तर कोरिया ने भी की थी कोशिश, रही विफल
दक्षिण कोरिया की इस घटना से पहले उत्तर कोरिया अक्टूबर में अपना स्वयं का जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित का तीसरा प्रयास करने के अपने संकल्प को पूरा करने में संभवत: तकनीकी कारणों से विफल रहा था। दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जीन हा ग्यू ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि देश के पहले सैन्य उपग्रह का 30 नवंबर को कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग वायु सेना बेस से प्रक्षेपण किया जाएगा।
चार और जासूसी उपग्रह छोड़ने की योजना
उपग्रह को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा। दक्षिण कोरिया के रक्षा अधिग्रहण कार्यक्रम प्रशासन के अनुसार, स्पेसएक्स के साथ एक अनुबंध के तहत दक्षिण कोरिया ने 2025 तक चार और जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बनाई है। दक्षिण कोरिया के पास फिलहाल अपना कोई सैन्य जासूसी उपग्रह नहीं है और वह उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अमेरिकी जासूसी उपग्रहों पर निर्भर है।