दक्षिण कोरिया के खिलाफ चीन को अनाप-सनाप टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। चीन की हरकतों से बौखलाए दक्षिण कोरिया ने ड्रैगन की हेकड़ी निकाल दी है। चीनी राजदूत को तलब करके साउथ कोरिया ने जमकर फटकार लगाई है। मामला चीन द्वारा दक्षिण कोरिया पर लगाया गया वह आरोप है, जिसमें कहा गया है कि उसका झुकाव अमेरिकी की तरफ है। दक्षिण कोरिया ने चीन की इस टिप्पणी के खिलाफ कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए भविष्य के लिए चेतावनी भी दी है।
दरअसल वैश्विक प्रभाव के लिए अमेरिका और चीन में प्रतिस्पर्धा तेज होने के बीच दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को चीन के राजदूत को उनकी उस टिप्पणी का विरोध करने के लिए तलब किया, जिसमें उन्होंने सियोल पर अमेरिका की ओर झुकाव रखने और चीन से दूरी बनाने का आरोप लगाया था। दक्षिण कोरिया के प्रथम उप विदेश मंत्री चांग हो-जिन ने चीन के राजदूत शिंग हैमिंग को उनके कथित भड़काऊ बयान के लिए उन्हें चेतावनी दी। दक्षिण कोरिया के विपक्ष के एक नेता के साथ बातचीत में चीनी राजदूत ने यह टिप्पणी की थी।
दक्षिण कोरिया ने चीन को दी घरेलू राजनीति में दखल नहीं करने की चेतावनी
मंत्रालय ने शिंग पर राजनयिक प्रोटोकॉल तोड़ने और दक्षिण कोरिया की घरेलू राजनीति में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया लेकिन शिंग की टिप्पणी के उस अंश का उल्लेख नहीं किया जिसे वह अनुचित मानते हैं। मंत्रालय ने चांग को दिये जवाब में शिंग के बयान को भी साझा नहीं किया। दक्षिण कोरिया की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जेए-म्युंग के साथ बृहस्पतिवार को हुई मुलाकात में शिंग ने यून सुक येओल की सरकार पर अमेरिका की ओर अधिक झुकाव रखने और सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार चीन के साथ संबंधों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था। ली को कंजर्वेटिव नेता यून का कट्टर विरोधी माना जाता है।