South Korea-China: दक्षिण और उत्तर कोरिया के बीच अदावत जगजाहिर है। उत्तर कोरिया को चीन समर्थन देता है। उत्तर कोरिया की आक्रामक हरकतों के बावजूद चीन उसे सपोर्ट करता है। इस कारण दक्षिण कोरिया से चीन के रिश्ते औसत ही हैं। दक्षिण कोरिया ने अमेरिका के साथ मिलकर सैन्याभ्यास भी किया है। अमेरिका दक्षिण कोरिया का समर्थन करता है। ऐसे में चीन के भी दक्षिण कोरिया से संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं। इन सबके बीच चीन की दुखती रग पर हाथ रखते हुए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने ऐसा कमेंट ताइवान पर किया कि चीन भड़क उठा है। चीन ने दक्षिण कोरिया के राजदूत को तलब किया। इसके जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी चीनी राजदूत को तलब कर लिया। पढ़िए पूरा मामला।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति द्वारा ताइवान पर बयान देने के मामले में चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने रविवार को दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की ताइवान पर की गई टिप्पणी के जवाब में राजदूत को तलब किया। इस दौरान चीनी उप विदेश मंत्री सन वेइदॉन्ग ने दक्षिण कोरियाई राजदूत के सामने गंभीर आपत्ति दर्ज करवाई। उधर, दक्षिण कोरिया ने भी कहा है कि उसने चीन की टिप्पणियों के जवाब में चीनी राजदूत को तलब कर विरोध प्रकट किया है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने ताइवान पर दिया था ये बयान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक इंटरव्यू में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल ने कहा कि ताइवान के आसपास तनाव बढ़ने का कारण ताकत के जरिए यथास्थिति को बदलना है। उन्होंने इस तरह से बदलाव का विरोध किया। यून ने कहा कि ताइवान का मुद्दा केवल चीन और ताइवान के बीच का मुद्दा नहीं है, बल्कि उत्तर कोरिया के विषय की तरह यह एक वैश्विक मुद्दा है। इस बयान को लेकर चीन भड़क गया और ऐतराज जताया।
चीन ने जताया ऐतराज, कही ये बात
चीन के उप विदेश मंत्री सन वेइदॉन्ग ने कहा कि हमें इस तरह के बयान स्वीकार्य नहीं हैं। दक्षिण कोरिया के राजदूत को तलब करके ताइवान पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के बयान पर विरोध दर्ज कराया। जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी चीनी राजदूत को तलब किया। बीजिंग की टिप्पणी का विरोध करने के लिए दक्षिण कोरिया ने चीन के राजदूत को तलब कर पलटवार किया।