South Korean Halloween Stampede: दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हैलोवीन के दौरान भीड़ के एक संकरी गली में घुसने के प्रयास के दौरान उसमें कुचलकर कम से कम 151 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 के करीब लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। इनमें से दर्जनों लोगों को कार्डिक अरेस्ट आया है। सियोल के योंगसेन दमकल विभाग के प्रमुख चोई सेओन-बिओम ने बताया कि मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, मृतकों में 19 विदेशी भी शामिल हैं। ये लोग ईरान, उज्बेकिस्तान, चीन और नॉर्वे से थे।
उन्होंने बताया कि 74 शवों को अस्पताल ले जाया गया है जबकि 46 शवों को अभी सड़कों पर ही रखा गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें पास के जिम में रखा जा रहा है ताकि उनकी पहचान की जा सके। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि सियोल के प्रमुख पार्टी स्पॉट हैमिल्टन होटल की ओर जा रहे लोगों की भीड़ एक संकरी गली में घुस गई और इसी दौरान भीड़ बढ़ने से स्थिति बिगड़ गई और भीड़ में कुचलकर लोग हताहत हो गए।
मृतकों में अधिकतर महिलाएं
अधिकारियों ने बताया कि घटना रात के 10 बजकर 20 मिनट की है। चोई ने बताया कि पीड़ितों में अधिकतर महिलाएं और 20 के करीब उम्र वाले युवा हैं। प्रत्यदर्शियों ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि भगदड़ मचने से पहले पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में दिक्कतें झेल रही थी। कई लोग एक घंटे से भी अधिक समय तक फंसे रहे और फिर अचानक आई लोगों की भीड़ में मारे गए। पुलिस ने पुष्टि की है कि दर्जनों लोगों को सड़क पर ही कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया गया है। जबकि कई को पास के अस्पतालों में ले जाया गया।
तीन साल बाद हुआ कार्यक्रम
नेशनल फायर एजेंसी के एक अन्य अधिकारी मून ह्यून-जो ने बताया, 'इलाके में अब भी भीड़भाड़ है, इसलिए हम अभी भी घायलों की सटीक संख्या पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।' यह बीते तीन साल में होने वाला सियोल का पहला हैलोवीन कार्यक्रम था। जो कोरोना वायरस के प्रतिबंध और सोशल डिस्टेंसिंग के हटने के बाद आयोजित किया गया था। अधिकतर लोगों ने मास्क और हैलोवीन के कॉस्ट्यूम पहने हुए थे। घटना के कई वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें अधिकारियों और स्थानीय लोगों को घायलों की मदद करते हुए देखा जा सकता है। लोगों को सड़कों पर लिटाकर सीपीआर दिए जाने के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसके अलावा मृतकों के शव नीले रंग की प्लास्टिक में लपेटकर सड़कों पर रखे हुए दिख रहे हैं।