ढाका: बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के नवनियुक्त सलाहकार ने अल्पसंख्यकों पर हमले करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि देश में हिंसा या घृणा के लिए कोई स्थान नहीं है। ‘ढाका ट्रिब्यून’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन ने सचिवालय में बांग्लादेश में इंटरनेशल सोसाइटी ऑफ कृष्ण कॉन्सशियसनेस (इस्कॉन) बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान यह आश्वासन दिया। बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद हिंदू समुदाय के सदस्यों के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। हसीना नौकरियों में विवादित आरक्षण व्यवस्था को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ हुए व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर पांच अगस्त को भारत चली गई थीं।
की जाएगी कड़ी कानूनी कार्रवाई
एम सखावत हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश सांप्रदायिक सौहार्द वाला देश है, जहां सभी धर्मों के लोग बिना किसी टकराव के, मिलकर आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमले करने वालों या उन्हें परेशान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शांति में विश्वास रखने वाले देश में हिंसा, संघर्ष या नफरत के लिए कोई स्थान नहीं है।
'हिंदू धर्म पर हमला'
बैठक के दौरान, इस्कॉन बांग्लादेश के अध्यक्ष सत्यरंजन बरोई ने हुसैन से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए प्राथमिकता के आधार पर कदम उठाने का अनुरोध किया और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आठ प्रस्ताव प्रस्तुत किए, जिनमें कानून बनाना, निगरानी प्रकोष्ठ स्थापित करना, अल्पसंख्यक आयोग का गठन करना और मंदिरों को निरंतर सुरक्षा प्रदान करना शामिल है। हुसैन ने इन मामलों में हर तरह के समर्थन का आश्वासन दिया। बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस ने कहा है कि पांच अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद से 48 जिलों में 278 स्थानों पर अल्पसंख्यक समुदाय को हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है। संगठन ने इसे "हिंदू धर्म पर हमला" करार दिया है। (भाषा)
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