चीन भले ही कई मायने में आज अमेरिका को टक्कर दे रहा है या फिर कुछ मामलों में अमेरिका को भी पीछे छोड़ चुका है, लेकिन उसकी दादागिरी का दंभ अब ठंडा होने लगा है। अमेरिका के सख्त होते ही चीन घुटनों पर आ गया है। पिछले एक दशक में पहली बार चीन को अमेरिका के आगे गिड़गिड़ाते देखा जा सकता है। अमेरिकी कारोबारी और दुनिया के सबसे अमीर शख्शियतों में से एक माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिलगेट्स से मिलने के बाद शी जिनपिंग ने जितनी विनम्रता वाली बात कही है, उसके बारे में कल्पना भी कर पाना मुश्किल है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि "अमेरिकी लोगों पर हमारी उम्मीदें टिकी हैं।" इतना ही नहीं उन्होंने अमेरिकी और चीनी लोगों को आपस में दोस्त बताया है।
दरअसल ताइवान पर तनाव के चलते अमेरिका और चीन में टकराहट चरम तक बढ़ चुकी है। ऐसे में अमेरिका ने चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही अपना कारोबार बीजिंग से समेटना शुरू कर दिया है। अमेरिका अब चीन के विकल्प के तौर पर भारत को देख रहा है। यानि अमेरिका अब भारत में अपना बाजार तलाश रहा है। ऐसे में चीनी अर्थव्यवस्था के डगमगाने का अंदेशा बढ़ गया है। लिहाजा चीन के चारों खाने चित्त होते दिख रहे हैं। इसलिए शी जिनपिंग अमेरिका की जी हुजूरी करने को मजबूर हो गए हैं। चीन ने अमेरिकी कारोबारियों के लिए एक तरह से रेड कार्पेट बिछा दिया है।
शी जिनपिंग ने बिल गेट्स को बताया दोस्त
शी जिनपिंग ने बिल गेट्स से कहा कि आप पहले अमेरिकी दोस्त हैं, जिससे मैं इस वर्ष मिला हूं। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि अमेरिका और चीन के संबंधों की नींव सीधे अमेरिकी और चीनी लोगों की तारतम्यता पर टिकी है। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार जिनपिंग ने कहा कि" हमेशा मेरी उम्मीद अमेरिकियों पर टिकी है और मुझे उम्मीद है कि दोनों देशों के लोग इस दोस्ती को कायम रखेंगे।" शी जिनिपंग ने बिल गेट्स और उनके फाउंडेशन की लंबे समय से वैश्कि स्तर पर गरीबी कम करने, स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में जनकल्याणकारी कार्य करने के लिए सराहना की। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि हम बिल गेट्स और उनके फाउंडेशन के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। ताकि आपसी सहयोग के जरिये अन्य विकासशील देशों में भी संबंधित क्षेत्रों में कार्य किया जा सके और उनकी मदद की जा सके।
बिल गेट्स ने कही ये बात
वहीं गेट्स ने कहा कि 2019 के बाद पहली बार चीन आया हूं। उन्होंने चीन पहुंचने से पहले ट्वीट किया कि मैं 2019 के बाद पहली बार बीजिंग आया हूं। जहां मैं अपने उस साझीदार से मिलने को उत्सुक हूं, जिसके साथ पिछले 15 वर्षों से गेट्स फाउंडेशन के जरिये वैश्विक स्वास्थ्य और विकास की चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे हैं। फॉक्स बिजनेस के अनुसार चीन ने बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की कोविड-19 में 5 मिलियन यूएस डॉलर की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया है।
इस फाउंडेश ने अब बीजिंग म्यूनिसिपल गवर्नमेंट और झिंगुआ विश्वविद्यालय के सपोर्ट से ग्लोबल हेल्थ ड्रग डिस्कवरी इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर काम करने का ऐलान किया है। ताकि विश्व स्तर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने के साथ संक्रामक बीमारियों (टीबी, मलेरिया) से रक्षा के लिए जीवन बचाने वाली थेरैपी दी जा सके। क्योंकि यह बीमारियां दुनिया को गरीब बनाने में सबसे बड़ी वजह बनी हैं। चीन ने इस वजह से बिल गेट्स के लिए अपने देश में रेड कार्पेट बिछा दिया।
चीन में ये हाई प्रोफाइल भी आने वाले हैं
बिल गेट्स के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और एप्पल के टिम कुक भी चीन आने वाले हैं। वहीं अमेरिकी बिदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का भी 16 से 21 जून के बीच चीन का दौरा प्रस्तावित है। अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने अपने चीन दौरे से पहले चीनी विदेश मंत्री छिन कांग को फोन किया था और दोनों देशों में टकराव कम करने का इरादा जताया था। ऐसे में माना जा रहा है कि अब चीन और अमेरिका के संबंध फिर से काफी हद तक सामान्य हो सकते हैं। चीन की इसी में भलाई भी है।